ईआरसीपी परियोजना को आगामी 5 वर्षों में पूरा करने के किए जाएंगे प्रयास: Bhajanlal
जयपुर। एकीकृत ईआरसीपी परियोजना के मूर्त रूप लेने से पूर्वी राजस्थान की दशकों पुरानी मांग पूरी होने जा रही है। इस परियोजना के दो मुख्य घटकों नवनेरा बांध एवं ईसरदा बांध को जोडऩे से चम्बल और यमुना नदियों का व्यर्थ बह जाने वाला पानी सिंचाई एवं पेयजल आवश्यकताओं के लिए उपयोग में आ सकेगा।
ये बात मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने क्रेन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के साथ रविवार को संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चम्बल लिंक (एकीकृत ईआरसीपी) परियोजना के पूर्व-निर्मित एवं प्रस्तावित मुख्य घटकों बीसलपुर बांध, मेज बैराज, कालीसिंध बांध, चम्बल क्रासिंग, नवनेरा बैराज, डूंगरी बांध, रामेश्वर घाट, ईसरदा बांध का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद कही। उन्होंने बताया कि परियोजना के इस चरण में कालीसिंध नदी पर बने नवनेरा बांध का अतिरिक्त जल बनास नदी में छोडक़र ईसरदा बांध तक लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने शर्मा ने संशोधित परियोजना के त्वरित क्रियान्वयन हेतु शीघ्र भूमि अवाप्ति के लिए कार्यालय खोले जाने, अधिकारियों की नियुक्ति किए जाने व इस प्रक्रिया को शुरू करने के संबंध में निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार एवं राजस्थान सरकार एकीकृत ईआरसीपी के शीघ्र क्रियान्वयन हेतु कृत-संकल्पित है। परियोजना को आगामी 5 वर्षों में पूरा करने के प्रयास किए जाएंगे।
PC: dipr.rajasthan
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