पॉलिटिकल डेस्क। तीन राज्यों में जीत का पताका फहराने वाली कांग्रेस को मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा से लेकर मंत्री मंडल के गठन में खासी मशकत करनी पड़ी। राजस्थान की गहलोत सरकार ने भी आखिरकार लम्बे इंतजार और आलाकमान की मुहर के बाद मंत्रीमंडल का गठन कर ही दिया। राजस्थान कांग्रेस में चल रही आला नेताओ की आपसी जंग के बीच मंत्री बनने का सपना संजोये कई दिग्गजों के सपनो पर पानी फिर गया।

मंत्री बनने की रेस से बाहर होने वाले नेताओ की सूची में सीपी जोशी ,हेमाराम चौधरी ,ब्रजेन्द्र ओला ,महेंद्र जीत सिंह मालवीय ,दीपेंद्र सिंह शेखावत ,परसराम मोरदिया ,भवर लाल शर्मा ,महेश जोशी ,जीतेन्द्र सिंह, शकुंतला रावत ,जाहिदा खान ,राजेंद्र पारीक ,राजकुमार शर्मा का नाम शामिल हैं। आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए। कांग्रेस मंत्री मंडल की रेस से बाहर हुए दिगज्जो की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती।

ऐसे में कांग्रेस इन इन्हे साधने के लिए प्लान बी पर काम कर सकती है। गहलोत के मंत्रीमंडल में कुल 23 मंत्री बनाये गए है। जिनमे 13 केबिनेट मंत्री और 10 राजयमंत्री बनाये गए है। मंत्रिमंडल गठन में 13 दिग्गजों को किनारे करते हुए। 6 पुराने नेताओ को जगह दी गयी है। वही 17 चेहरे ऐसे है। जिन्हे पहली बार मंत्री बनाया गया है। अब देखना होगा की कांग्रेस मंत्री पद ना पाने से नाराज नेताओ को प्लान बी के जरिये साधकर लोकसभा चुनाव में लाभ ले पाने में कामयाब हो पायेगी या नहीं।

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