मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को ये अधिकार नहीं होता कि वो पुलिस अधिकारी को सीधे एफआईआर लिखने के आदेश दे: Ashok Gehlot
जयपुर। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान असम में एफआईआर दर्ज होने पर अशोक गहलोत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगाकर डीजीपी को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था।
इस पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी बात कही है। अशोक गहलोत ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी पर FIR दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी भी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को ये अधिकार नहीं होता कि वो पुलिस अधिकारी को सीधे FIR लिखने के आदेश दे। यह काम सीआरपीसी के तहत SHO का है।
वो तय करता है कि जो घटना घटित हुई है; वो किस रूप में हुई है? क्यों हुई है और क्या-क्या धाराएं लगेंगी ? FIR होनी चाहिए या नहीं ? ये फैसला भी SHO करता है। अशोक गहलोत ने आज मीडिया से भारत जोड़ो न्याय यात्रा, श्री राम मंदिर व विभिन्न सम-सामायिक विषयों पर चर्चा की।
PC: abplive
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