इंटरनेट डेस्क। आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 74वीं जयंती है, ऐसे में हम आपको इस स्टोरी में उनके कार्यकाल की इस बड़ी उपलब्धि के बारे में बताने जा रहे हैं। 31 अक्टूबर 1984 को राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी।इसके बाद 1984 में ही सियाचिन ग्लेशियर पर कब्जे के लिए भारत और पाकिस्तानी सेना की बीच टकराव हुआ।

विश्व के इस सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र पर पर कब्जा करने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन मेघदूत नाम से सैन्य अभियान शुरू किया। सियाचिन की हडि्डयां गला देने वाली ठंड के बावजूद भारत की सेना ने इस दुर्गम युद्ध क्षेत्र से पाकिस्तानी सेना को खदेड़कर ​इस इलाके पर कब्जा कर लिया। भारतीय सेना का यह सबसे कठिन आॅपरेशन माना जाता है।

आपको जानकारी के लिए बता दें कि साल 1988 में मालदीव के तत्कालीन राष्ट्रपति मौमूल अब्दुल गयूम देश में श्रीलंकाई विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका, पाकिस्तान, श्रीलंका सहित कई देशों से मदद मांगी थी। लेकिन सबसे पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने मालदीव की मदद की।

भारतीय सेना ने ऑपरेशन कैक्टस के तहत मालदीव में विद्रोहियों का दमन कर दिया। राजीव गांधी सरकार और भारतीय सेना के इस कदम की सराहना पूरी दुनिया में की गई। 1988 के दौर में मालदीव की मदद तत्कालीन राजीव गांधी सरकार ने बखूबी की थी।

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