दिल्ली में विधानसभा चुनावों का आगाज होने वाला है। 8 फरवरी को दिल्ली में चुनाव होंगे और सभी राजनैतिक पार्टियों ने इसके लिए तैयारियां करना भी शुरू कर दिया है। राजनीतिक पार्टियां इन चुनावों के लिए अपने प्रत्यार्शियों के नाम चुनने के लिए काफी माथापच्ची कर रही है और चुनाव जीतने के लिए नए नए वादे भी जनता से किए जा रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में सत्ता हासिल करने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। इसके अंतर्गत बीजेपी के प्रत्याशियों का नाम चुनने के लिए रविवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह के घर पर बीजेपी की एक बैठक हुई जिसमे कई नेता शामिल हुए।

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रविवार रात लगभग आठ शुरू हुई ये बैठक सात घंटे तक चली। इस बैठक 70 सीटों में से 45 सीटों पर कई प्रत्यार्शियों के नाम तय हो गए हैं। लेकिन आने वाले दिनों में अन्य प्रत्याशियों का नाम भी तय किया जाएगा।

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बीजेपी कैसे भी इस बार दिल्ली सीएम पद को अपने नाम करना चाहती है इसी कारण प्रत्याशियों का नाम भी काफी सोच समझ कर किया जा रहा है। बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह जो कि बीजेपी के चाणक्य भी कहे जाते हैं, काफी सोच समझ कर फैसला ले रहे हैं। बीजेपी को सफलता की बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए ग्रह मंत्री अमित शाह का बेहद योगदान है।

उन्होंने कई ऐसे निर्णय लिए हैं जिस से देश की जनता का भला हुआ है। अपनी पार्टी को एक बार फिर से जीत की बुलंदियों को पहुंचाने के लिए एक बार फिर अमित शाह कोई दांव खेलते नजर आएँगे।

दिल्ली में जनता का फैसला और पसंद यही है कि एक बार फिर से केजरीवाल ही दिल्ली के सीएम बनें और सीएम पद के लिए अपने पसंदीदा उम्मीदवार के लिए 69% लोगों ने केजरीवाल का ही नाम लिया है लेकिन दिल्ली में किस पार्टी की सरकार बनती है ये तो आने वाला वक्त ही तय करेगा।

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