शनि अमावस्या 4 मई को, शनिदेव की इस विधि से करें पूजा-अर्चना
इस वर्ष शनि अमावस्या 4 मई दिन शनिवार को पड़ रही है। हिंदू पंचांग के मुताबिक इस तिथि को धार्मिक दृष्टि से बेहद शुभ माना जा रहा है। बता दें कि शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को शनैश्चरी अमावस्या कहा जाता है।
हिंदू धर्म में यह प्रचलित मान्यता है कि इस दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना करने से जीवन में आने वाली समस्याएं अथवा चुनौतियां दूर हो जाती है। इस स्टोरी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि शनि अमावस्या के दिन किस विधि से शनिदेव की आराधना करनी चाहिए।
सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें। इसके बाद घर या मंदिर में जाकर शनिदेव की पूजा करें। ध्यान रहे, शऩिदेव की पूजा करते समय सरसों के तेल का दीया जलाएं। शनिदेव को नीले फूल अर्पित करना नहीं भूलें। शनिदेव की पूजा करते समय ओम प्रां प्रीं प्रौं शः शनैश्चराय नमः का जाप करें। शनि अमावस्या के दिन निम्नलिखित चीजें दान करनी चाहिए।
- शनि अमावस्या के दिन सरसों का तेल दान करें।
- काले कपड़े के अलावा सामर्थ्य अनुसार नीलम का भी दान कर सकते हैं।
-हनुमान जी को चोला चढ़ाएं। श्रद्धालुओं में हनुमान चालीसा का अधिक से अधिक वितरण करें।
- शनि अमावस्या के दिन निर्धन व्यक्ति को भोजन कराएं।