भारतीय सेना के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पाकिस्तान की सेना ने भी एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। इसमें मेजर जनरल आसिफ़ गफूर ने कहा कि पुलवामा हमले की आड़ में पाकिस्तान को बेवजह घसीटा जा रहा है। इस आतंकी हमले से भारत की सुरक्षा व्यवस्था ही सवालिया निशाने पर आ चुकी है।

मेजर जनरल गफूर ने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने एक जिम्मेदार रियासत के तौर पर बयान दिया है। हमारे देश के प्रधानमंत्री ने भारत के सामने वो प्रस्ताव रखे हैं, जो शायद पहले कभी नहीं दिए गए। उन्होंने कहा कि आप सबूत दें और अगर सूबत मिला तो हम आपके दबाव में नहीं बल्कि हम उसके खिलाफ एक्शन लेंगे, जो पाकिस्तान के ख़िलाफ़ दुश्मनी कर रहा है।

उन्होंने कहा कि हमने जांच कर ली है, उससे यह साबित हुआ है कि भारत के पाकिस्तान पर लगाए गये आरोप बेबुनियाद हैं। गफूर ने कहा कि आपकी सेना 70 सालों से एलओसी पर बैठी है, वहां से पाक की तरफ से कोई आदमी एलओसी पार करके भारत में घुस सकता है क्या। अगर ऐसा है तो आपकी सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है।

मेजर गफूर ने कहा कि यह बात आपको अपनी सेना से पूछनी चाहिए थी कि आपकी डिफेंस पर इतना खर्च हो रहा है, फिर ये घुसपैठ कैसे हो सकती है। एलओसी से मीलों दूर जो घटना हुई है और उसमें जो विस्फोटक इस्तेमाल हुआ है, उसका इंतजाम आपकी सुरक्षाबल ने किया था, वो पाकिस्तान से नहीं गया था।

हमले में जिस गाड़ी का इस्तेमाल हुआ था, वो एक स्थानीय गाड़ी थी। जिस लड़के ने यह हमला किया था वह कश्मीर का ही था। पुलवामा में जब उसका जनाजा निकला तो हजारों लोगों ने इसमें शिरकत की। ये कश्मीर के हालात का एक संकेत है। पाकिस्तान की सेना ने कहा कि हमारे देश में जब भी कोई बहुत महत्वपूर्ण आयोजन होने वाला हो इस किस्म की घटना होती है। पुलवामा हमले से पाकिस्तान को क्या फायदा? इससे पाकिस्तान को नुकसान हुआ है। फरवरी और मार्च महीने में पाकिस्तान में 8 जरूरी कार्यक्रम होने थे।

1. सऊदी प्रिंस का आगमन था और एक अच्छे निवेश का सम्मेलन था।

2. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकी सूची पर बातचीत होनी थी।

3. संयुक्त राष्ट्र संघ में कश्मीर पर बैठक होनी थी।

4. अफ़ग़ानिस्तान के राजनीतिक सुलह का मसला चल रहा था।

5. कुलभूषण जाधव पर अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ऑफ़ जस्टिस में निर्णायक सुनवाई होनी थी, जिसमें पाकिस्तान के लिए फ़ैसला होना था।

6. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की रिपोर्ट पर बातचीत होनी थी।

7. करतारपुर बॉर्डर को लेकर एक महत्वपूर्ण मीटिंग थी।

8. पाकिस्तान सुपर लीग के मैच होने थे।

पाकिस्तान की सेना ने बयान दिया है कि भारत में चुनावी माहौल चल रहा है। अब सोचने वाली बात यह है कि चुनाव के वक्त ही वहां आतंकी घटनाएं क्यों होती हैं।

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