आपको जानकारी के लिए बता दें कि शक्रवार को लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में नीरव मोदी की जमानत अर्जी पर सुनवाई थी। इस दौरान चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा अर्बथनॉट ने पूछा कि यदि नीरव मोदी का भारत प्रत्यर्पण होगा तो क्या उसे भी उसी बैरक में रखा जाएगा जिसमें विजय माल्या का रखा जाना है।

पिछले साल दिसंबर महीने विजय माल्या के प्रत्यर्पण का फैसला देने वाली जज एम्मा अर्बथनॉट ने नीरव मोदी की जमानत अर्जी पर सुनवाई शुरू होते ही कहा कि इस मामले में बहुत कुछ जाना पहचाना सा महसूस हो रहा है। इसलिए जज ने इस बात की पुष्टि करनी चाही कि आखिर नीरव मोदी को भारत की किस जेल में रखा जाएगा।

भारत की तरफ से बहस में शामिल क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस के वकील ने जज के सवाल पर कहा कि नीरव मोदी के प्रत्यर्पण होने पर उसे मुंबई ले जाया जाएगा। संभव है उसे ऑर्थर रोड जेल में ही रखा जाए, जहां पर विजय माल्या के लिए बैरक तैयार किया गया है।

तब जज ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि नीरव को भी माल्या वाले बैरक में ही रखा जा सकता है। हमें पता है, उसमें जगह है। उन्होंने कहा कि विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर सुनवाई के दौरान हमने भारत की ओर से पेश जेल की उस बैरक का वीडियो देखा था।

आपको बता दें कि शुक्रवार को नीरव मोदी ने दूसरी बार वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की। कोर्ट ने उसकी अपील खारिज कर दी। अब अगली सुनवाई 26 अप्रैल को होगी। अगली बार नीरव मोदी की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी।

गौरतलब है कि भारत में 13700 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी को लंदन पुलिस ने 19 मार्च को गिरफ्तार किया था। भारत की अपील पर वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने नीरव मोदी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।

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