भारत के 2 ऐसे PM, जिन्होंने वोट बैंक के लिए नहीं बल्कि देश की भलाई के लिए किया काम
भारतीय इतिहास में कई ऐसे प्रधानमंत्री हुए हैं जिन्हे जनता ने बेहद प्यार दिया है और जनता के हित के लिए इन्होने काफी काम भी किया है। हालाकिं कुछ PM केवल वोट बैंक के लिए काम करते आए हैं लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने वोट बैंक को अपना उद्देश्य नहीं रखा। ऐसे ही 2 प्रधमंत्रियों के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
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अटल बिहारी वाजपेयी - अटल बिहारी वाजपेयी एक भारतीय राजनीतिज्ञ, राजनेता और एक कवि थे, जिन्होंने भारत के प्रधान मंत्री के रूप में तीन कार्यकालों में काम किया, पहली बार 1996 में 13 दिनों के लिए, फिर 1998 से 1999 तक 13 महीनों की अवधि के लिए, और अंत में, के लिए 1999 से 2004 तक पीएम पोस्ट पर उन्होंने पूर्ण कार्यकाल दिया। वाजपेयी को 2009 में आघात लगा। वह डिमेंशिया और दीर्घकालिक मधुमेह से भी पीड़ित थे। 11 जून, 2018 को, उन्हें नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में गुर्दे और मूत्र संक्रमण और छाती में रक्त संचय के साथ भर्ती कराया गया था। उसी वर्ष 16 अगस्त को उनका 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वाजपेयी का राज घाट के पास राष्ट्रीय स्मृति स्थली में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनका नाम इतिहास में आज भी अमर हैं और लोग उनका आज भी बेहद सम्मान करते हैं। वो जो भी काम करते थे दिल से करते थे और उनका उद्देश्य केवल जनता की भलाई करना ही रहा है।
बिहारी वाजपेयी जी जब प्रधानमंत्री बने तो उनके कार्यशैली को देखकर लोगों ने उन पर काफी भरोसा किया। भारत के परमाणु बम का सफल परीक्षण उन्हीं के शासन में हुआ। उनका उद्देश्य कभी भी वोटबैंक नहीं रहा।
नरेन्द्र दामोदर दास मोदी - नरेंद्र दामोदरदास मोदी 2014 से भारत के 14 वें और वर्तमान प्रधान मंत्री के रूप में कार्य करने वाले एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री थे और वाराणसी के लिए संसद सदस्य हैं। वे 2 बार भारत के प्रधानमंत्री बन चुके हैं। देश को सुपर पावर बनाने के लिए इन्होंने कई सारी योजनाओं को लांच किया है। मोदी ने कई ऐसे फैसले भी लिए हैं जो देश हित के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हुए हैं।
नरेंद्र मोदी ने कड़ी मेहनत और बचपन में संस्कारित मूल्यों की बदौलत यह सब हासिल किया है। 17 सितंबर 1950 को गुजरात के एक छोटे से शहर में जन्मे, मोदी कार्फी गरीब परिवार से ताल्ल्कू रखते हैं। जीवन के शुरुआती कष्टों ने न केवल उन्हें कड़ी मेहनत करना सिखाया बल्कि लोगों की तकलीफों को भी वे काफी अच्छे से महसूस कर सकते हैं। नरेंद्र मोदी ने भी हमेशा लोगों के हित के लिए ही काम किया है।