केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान का हुक्का-पानी बंद होने से हमें संतोष नहीं है, यह तो अभी शुरूआत है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि पुलवामा हमले के बाद जिस देश के प्रधानमंत्री ने हमारे शहीद जवानों के प्रति श्रद्धांजलि तक अर्पित न की हो, वह आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ बातचीत क्या करेगा। अब बातचीत का वक्त निकल चुका है।

राजनाथ सिंह से जब यह पूछा गया कि क्या भारत उसी प्रकार कार्रवाई कर सकता है, जैसे अमेरिका ने अलकायदा प्रमुख ओसामा पर की थी। उन्होंने कहा कि अमेरिका को भी इस कार्रवाई में ढाई साल लग गए थे, पर हमें इतना वक्त नहीं लगेगा। थोड़ा प्रतीक्षा कीजिए, देश निराश नहीं होगा।

राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी आतंकवाद के मुद्दे पर वैश्विक समुदाय को एक मंच पर लाने में सफल हुए हैं। आज दुनिया का हर देश पुलवामा की आलोचना कर रहा है। अब आतंकवाद पर जो भी लड़ाई होगी, वह निर्णायक होगी। उन्होंने कहा कि चीन भी पुलवामा हमले के बाद हमारे साथ खड़ा है, पाकिस्तान बिल्कुल अलग-थलग पड़ चुका है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस के सभी आरोप बेबुनियाद हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ज्यादा संवेदनशील कोई नहीं हो सकता और हमले की सूचना मिलते ही उन्होंने लोगों से बातचीत करना शुरू कर दिया था। जवानों की शहादत पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।

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