आपको बता दें भारत की पहली परमाणु पनडुब्बी का नाम आईएनएस अरिहंत है। अरिहंत का अर्थ होता है जो दुश्मन को नष्ट करने की क्षमता रखता हो। परमाणु पनडुब्बी अरिहंत पानी के अंदर से और पानी की सतह से हमला करने में सक्षम है। आइए जानें, देश की इस ताकतवर परमाणु पनडुब्बी के बारे में।

- परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत पानी के अंदर से ही किसी विमान को भी निशाना बना सकती है।

- परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत थल, जल और नभ हर जगह हमला करने में सक्षम है। मतलब साफ है, भारत अब जल, थल और नभ हर जगह से जवाबी परमाणु हमला करने में सक्षम है।

- इससे पहले आकाश और जमीन पर परमाणु हमला करने की क्षमता लड़ाकू विमान विमान मिराज-2000 के जरिए और अग्नि बैलेस्टिक मिसाइल के जरिए हासिल की गई थी।

- परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत के द्वारा अब पानी के अंदर से भी परमाणु हमला करने की क्षमता भारत ने हासिल कर ली है।

- आईएनएस अरिहंत 750 किलोमीटर से लेकर 3500 किलोमीटर तक मार कर सकती है।

- भारत की पहली परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत का कुल वजन 6000 टन है। यह ताकतवर पनडुब्बी 750 किलोमीटर तथा 3500 किलोमीटर तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों से युक्त है।

- फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और चीन के बाद भारत छठा ऐसा देश है, जिसने परमाणु पनडुब्बी बनाने में सफलता हासिल की है।

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