भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की है। अब इसी ओर अग्रसर भारत एक और उपलब्धि हासिल करने वाला है। दुनिया के सबसे बड़े ऑप्टिकल टेलिस्कोप के डिजाइन और विकास में भारत प्रमुख भूमिका निभा रहा है। यह थर्टी मीटर टेलिस्कोप (टीएमटी) हवाई में स्थापित होने जा रहा दुनिया का सबसे बड़ा ऑप्टिकल टेलिस्कोप है। TMT हवाई में रेडी किया जा रहा है।

2029-30 तक यह यूनिवर्स की बड़ी तस्वीर पेश करेगा

मुंबई के वर्ली में स्थित नेहरू साइंस सेंटर में आयोजित विज्ञान संगम कार्यक्रम में हवाई के बोर्ड ऑफ नेचुरल रिसोर्स (बीएलएनाआर) ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘टेलिस्कोप कंट्रोल सिस्टम, सॉफ्टवेयर और इंस्ट्रूमेंट्स के विकास में भारत का बड़ा हिस्सा है। टेलिस्कोप का निर्माण इस वर्ष शुरू हो जाने की उम्मीद है। 2029-30 तक यह यूनिवर्स की बड़ी तस्वीर पेश करेगी।’

भारत करेगा बिल्डिंग और वेल्डिंग का काम

टीएमटी इंडिया के एसोसिएट प्रोग्राम डायरेक्टर ए एन रामप्रकाश ने बताया कि भारत की भूमिका बिल्डिंग और वेल्डिंग को तैयार करने की है, जिसको फर्स्ट लाइट इंस्ट्रूमेंट के तौर पर जाना जाता है। इसमें इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एस्ट्रोफीजिक्स, आईयूसीएए, आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशनल साइंस आदि बड़े और मुख्य संस्थान शामिल है। इसका रेजल्यूशन नासा के हबल स्पेस टेलिस्कोप से 12 गुना बेहतर होगा।

सेंसर को तैयार करने की प्रक्रिया पुडुचेरी में चल रही है, जबकि ऐक्चुएटर को बेंगलुरु में तैयार किया जा रहा है। इसके कुछ हिस्सों को मुंबई में भी तैयार किया जा रहा है जबकि टेलिस्कोप कंट्रोल सिस्टम पुणे में तैयार हो रहा है।’

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