प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 'अटल सुरंग' देश को समर्पित करेंगे। हिमालय की दुर्गम वादियों में पहाड़ काटकर बनाई गई यह सुरंग समुद्रतल से 3,060 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस सुरंग के खुल जाने से हिमाचल प्रदेश के कई ऐसे इलाके जो सर्दियों में बर्फबारी के चलते बाकी देश से कट जाते थे, वे पूरे साल संपर्क में रहेंगे। मनाली और लेह की दूरी भी इससे खासी कम हो जाएगी। अभी रोहतांग पास के जरिए मनाली से लेह जाने में 474 किलोमीटर का सफर तय करना होता है। अटल टनल से यह दूरी घटकर 428 किलोमीटर रह जाएगी।

बात करे इस अटल सुरंग की खासियत की तो इस सुरंग के भीतर कटिंग एज टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल किया गया है। अटल टनल में हर 60 मीटर तक फायर हाइड्रेंट मैकेनिज्‍म है ताकि आग लगने की सूरत में उसपर जल्‍दी काबू पाया जा सके।

हर 250 मीटर तक सीसीटीवी कैमरों से लैस ऑटो इन्सिडेंट डिटेक्‍शन सिस्‍टम है। हर एक किलोमीटर पर हवा की मॉनिटरिंग की व्‍यवस्‍था है। हर 25 मीटर पर आपको एग्जिट और इवैकुएशन के साइन मिलेंगे। पूरी टनल के लिए एक ब्रॉडकास्टिंग सिस्‍टम तैयार किया गया है।

Related News