कोरोना काल से पहले भारतीय रेलवे प्रतिदिन लगभग 2.5 करोड़ यात्रियों को इनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाती थी। इसके अलावा भारतीय रेलवे ने 1.4 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार दिया हुआ है। भारतीय रेल नेटवर्क दुनिया का चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है।

लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जो आप नहीं जानते होंगे। उनमे से एक ये कि ट्रेन की पटरियों के बीच पथ्थर क्यों डाले जाते हैं। रेल की पटरियों के बीच छोटे-छोटे पत्थर बिछाए जाने के पीछे एक वैज्ञानिक कारण हैl

वास्तव में रेल की पटरियों के बीच छोटे-छोटे पत्थर बिछाने का उद्देश्य लकड़ी के पटरों या सीमेंट की सिल्लियों को अपने स्थान पर मजबूती के साथ स्थिर रखना है ताकि ये सिल्लियां रेलवे ट्रैक को मजबूती के साथ पकड़े रहेl

इसका एक कारण ये भी है कि तेज धूप से पटरियां फैलती हैं और सर्दियों में सिकुड़ती हैं। इससे ट्रेन का पूरा भार लकड़ी या सीमेंट की सिल्लियों पर आ जाता है, लेकिन पटरियों के बीच पत्थर बिछे होने के कारण सारा भार इन पत्थरों पर चला जाता हैl जिसके कारण कंपन, पटरियों का सिकुड़ना, ट्रेन का भार सभी संतुलित हो जाते हैंl

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