Vastu Tips: घर का मुख्य दरवाजा लगाते समय सुख-समृद्धि के लिए इन बातों का रखें खास ध्यान !
इंटरनेट डेस्क. भारतीय लोगों में वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व माना जाता है वह तो शास्त्रों में इंसान से जुड़ी हर छोटी से छोटी चीज के लिए वास्तु नियम बताए गए हैं वास्तु शास्त्र में इंसानों के द्वारा बनाए जाने वाले मकान को लेकर भी कई तरह के वास्तु नियम बताए गए हैं। वास्तु शास्त्र मैं घर के मुख्य दरवाजे को लेकर भी कई तरह के नियम बताए गए हैं वास्तुशास्त्र में घर के मुख्य दरवाजे को मजबूत और उसके आकार और डिजाइन को लेकर कई बातें बताई गई है। घर का मुख्य दरवाजा ही घर में सुख और दुख का कारण होता है। घर का मुख्य दरवाजा किस जगह पर होना चाहिए इस बात का खास ध्यान रखें। आपके घर का मुख्य दरवाजा सही जगह पर होता है तो इससे आपके परिवार को धन लाभ स्वास्थ्य लाभ यश और कीर्ति प्राप्त होती है आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं कि घर का मुख्य दरवाजा लगवा दें आपको किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ।
* दरवाजे में नहीं होनी चाहिए ज्यादा डिजाइन :
वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके घर का मुख्य दरवाजा ज्यादा डिजाइन दार या टेढ़ा मेढ़ा नहीं होना चाहिए क्योंकि वास्तु शास्त्र में इसे मंगलकारी बताया गया है. वास्तु शास्त्र के अनुसार दरवाजे में न तो जोड़ होना ठीक होता है। वास्तु के अनुसार चोको दरवाजा सबसे अच्छा माना जाता है। यदि आपका भी मुख्य द्वार साउथ वेस्ट में है तो इसे चेंज कर ले क्योंकि इस दिशा में मुख्य द्वार होने पर घर के मालिक को कोई न कोई समस्या आने लगती है।
* घर का मुख्य दरवाजा जमीन से ना खाए रगड़ :
वास्तुशास्त्र में घर के मुख्य दरवाजे को लेकर बताया गया है कि घर का मुख्य दरवाजा कभी भी जमीन से रबड़ नहीं खाना चाहिए। क्योंकि दरवाजे का सीधा संबंध राहु से बताया गया है और राहु का संबंध नेगेटिव एनर्जी से होता है इसलिए दरवाजे को खोल तेसन में आने वाली आवाज नेगेटिव एनर्जी कि द्योतक तक होती है।
* घर के मुख्य दरवाजे में कभी भी नहीं होनी चाहिए इस तरह की आवाज :
वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके घर का दरवाजा अंदर की तरफ लटक जाता है तो यह है आपके लिए बहुत ही कष्टकारी होता है. और दरवाजे को खोलते समय आने वाली चर्र-चर्र की आवाज भी आपके लिए ठीक नहीं होती इस आवाज के आने का मतलब है कि धन का आना रुकना. कई तरह का व्यापार करने वाले लोगों का पैसा बाजार में फंस जाता है।