Vastu Tips: गलत दिशा में कार की पार्किंग करना आपकी असफलता का बन सकता है कारण !
इंटरनेट डेस्क. आज के समय में सभी लोग अपनी सुख - सुविधाओं के अनुसार वाहन खरीदते हैं और उसका इस्तेमाल करते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार वाहन खरीदना और उसकी देखभाल करना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी उसकी पार्किंग भी है। अक्सर देखा जाता है कि कहीं लोग महंगी महंगी कार तो खरीद लेते हैं लेकिन उस कार को खड़ी करने के लिए उनके पास व्यवस्थित पार्किंग की जगह नहीं होती। जिसके कारण वो टेंशन का शिकार हो जाते हैं। यदि व्यक्ति को ज्यादा समय तक किसी बात की टेंशन रहती है तो वह बीपी और डायबिटीज जैसी समस्याओं का शिकार होने लगा है। वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि यदि आप अपनी गाड़ी को सही दिशा में पार्किंग नहीं करते हैं तो उसके कारण आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते है विस्तार से -
* इस दिशा में करें वाहन की पार्किंग :
वाहन की पार्किंग करने के लिए वास्तु नियमों के अनुसार वायव्य कोण यानी उत्तर एवं पश्चिम का मध्य की जगह सर्वश्रेष्ठ बताई गई है इस दिशा में गैराज होने पर कार के मालिक की यात्रा सफल हो और खुद रहती है। इस जगह पर पार्किंग किया जाने वाला वाहन गैराज में यात्रा में अधिक रहता है। वाहन की पार्किंग आग्नेय कोण में करते समय इस बात का खास ध्यान रखे की इस समय आपकी कर में ज्यादा मात्रा में ईंधन नही होना चाहिए। क्योंकि इस दिशा में अग्नि तत्व की प्रधानता होती है।
* भूलकर भी इस दिशा में ना करें कार की पार्किंग :
कार कि पार्किंग को लेकर हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि कार की पार्किंग ईशान कोण में कभी भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इस दिशा में गाड़ी की पार्किंग करने से गाड़ी के स्वामी को संतान संबंधित समस्याएं रहती है और स्वामी के बच्चों को मानसिक तनाव रहता है। इस दिशा में गाड़ी की पार्किंग करने से गाड़ी के मुखिया को निर्णय लेने में समस्या होती है। और गाड़ी पार्किंग करते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसका मुंह हमेशा उत्तर या पूर्व में रखें। पार्किंग करते समय गाड़ी का मुंह पश्चिम या दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। क्योंकि दशा और दिशा ही आपकी सफलता को तय करती है।
* गैराज की साफ-सफाई का रखें खास ध्यान :
वास्तु शास्त्र के अनुसार गाड़ी को खड़ी करने के लिए जिस जगह पर पार्किंग की व्यवस्था की जाती है उस जगह की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। गाड़ी खाली करने के लिए रास्ता साफ होना चाहिए किसी भी तरह का अवरोध नहीं होना चाहिए। बिराज की दीवारों को रंगने के लिए हमेशा सफेद या हल्के पीले रंग का उपयोग करना चाहिए।