वास्तु शास्त्र में घर की चीजों को लेकर दिशा और उसके आकार के बारे में भी बहुत कुछ वर्णित है. इसके अलावा कुछ ऐसी भी चीजें हैं जो घर और घर के सदस्यों के जीवन में खुशियां ला सकती हैं और इन चीजों के सही क्रम में ना होने से व्यक्ति को अपने जीवन में परेशानियां भी झेलनी पड़ सकती हैं। वास्तु शास्त्र में ऐसी बहुत से नियमों के बारे में बताया गया है. जो मनुष्य के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

वास्तु शास्त्र में बताया गया नियमों में से एक है कपड़े धोना, वास्तु शास्त्र में कपड़े धोने को लेकर भी बहुत सी चीजों का वर्णन विस्तार से मिलता है, जैसे कपड़े धोने का सही समय क्या होना चाहिए, या फिर रात के समय कपड़े क्यों नहीं धोने चाहिए आदि. इस बात का ज्ञान बहुत कम लोगों को होता है। इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे वास्तु शास्त्र के कपड़ो को धोने को लेकर क्या - क्या नियम बताए गए है। आइए जानते है विस्तार से -

* वैसे तो वास्तु शास्त्र में रात के समय कपड़े धोने की मनाही है. लेकिन यदि आपने रात के समय कपड़े धो लिए हैं तो इन कपड़ों को भूलकर भी बहार नहीं सुखाना चाहिए. ऐसा करने से घर की सुख-समृद्धि में बाधाएं उत्पन्न होती हैं।

* वास्तु शास्त्र में कपड़े धोने को लेकर कहा गया है कि कपड़े हमेशा दिन में सूर्य की रोशनी में ही सूखाने चाहिए. ऐसा करने से सूर्य की रोशनी जो कपड़ों पर पड़ती है. वह कपड़ों की नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर कपड़ों में सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है. जिसका असर हमारे ऊपर सीधे तौर पर पड़ता है।

* वास्तु शास्त्र में ऐसा बताया गया है कि रात के समय नकारात्मक ऊर्जा अपने चरम पर होती हैं. ऐसे में यदि हम रात के समय कपड़े धोते हैं तो यह नकारात्मक ऊर्जा हमारे कपड़ों में भी प्रवेश कर जाती है और जब हम इन कपड़ों को पहनते हैं तो यह नकारात्मक ऊर्जा कपड़ों के द्वारा हमारे शरीर में प्रवेश करती हैं. जो हमारे लिए किसी भी मायने में शुभ नहीं होती।

Related News