Unemployment In India: एक सप्ताह में दोगुनी बेरोजगारी दर: भारत का मजदूर वर्ग आजीविका से वंचित
एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में बेरोजगारी बढ़कर 14.5 फीसदी हो गई है
देश में बेरोजगारी बढ़कर 14.5 प्रतिशत हुई
अप्रैल में बेरोजगारी 8 प्रतिशत पर थी 8
कोरोना के कारण बेरोजगारी में काफी वृद्धि
कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण लाखों लोगों की नौकरी चली गई है। पिछले कुछ सालों में शुरू हुआ यह सिलसिला आज भी जारी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में बेरोजगारी दर बढ़कर 14.5 फीसदी हो गई है। जो अप्रैल में 8 फीसदी पर था। हालांकि, यह एक साल पहले की तुलना में 8 फीसदी कम है। 9 मई को समाप्त सप्ताह के लिए बेरोजगारी दर 8.67 प्रतिशत थी।
एक हफ्ते के भीतर बेरोजगारी दर लगभग दोगुनी हो गई थी
यानी सिर्फ एक हफ्ते में बेरोजगारी दर लगभग दोगुनी हो गई है। आंकड़े बताते हैं कि यह पिछले 49 हफ्तों का उच्चतम स्तर है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो बेरोजगारी दर पिछले साल के मुकाबले बढ़ सकती है। आपको बता दें कि पिछले साल बेरोजगारी दर 21.73 फीसदी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़ी संख्या में मजदूर महानगरों को छोड़कर घर लौट रहे हैं।
ईपीएफओ स्टाफ की भी है कमी
इस साल मार्च में कुल 11.22 लाख कर्मचारी EPFO से जुड़े। यह इस साल फरवरी में ईपीएफओ में शामिल हुए 11.28 लाख कर्मचारियों से कम है। ईपीएफओ ने पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में कुल 77.08 लाख नए सदस्य जोड़े, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 78.58 लाख नए सदस्य जुड़े थे।
यह उन कर्मचारियों के आंकड़ों से पता चलता है जिन्हें नियमित वेतन पर रखा जाता है। ये आंकड़े कोरोना महामारी के बीच संगठित क्षेत्र में रोजगार की स्थिति को दर्शाते हैं।