भारत में बहुत से धर्म के लोग रहते है उनमे से एक है जैन धर्म जिनकी अलग ही अपनी विशेषताएं हैं, जैन धर्म, वास्तव में शांति का प्रचार करने के लिए जाना जाता है। जैन धर्म अहिंसा परमोधर्म अर्थात् अहिंसा की परम धर्म है के सिद्धांत पर आधारित है। बात करे जैन धर्म की तो शांति और पवित्र के प्रतीक माने जाते है इस धर्म में बहुत से नियम है जिसका पालन करना बहुत ही जरूरी है।

यह सबसे पुराने धर्मों में से एक है जिसकी जड़ें भारत में हैं। आज हम आपको जैन पवित्र स्थान के बारे में बताएँगे, 15 वीं शताब्दी का रणकपुर मंदिर जैन समुदाय का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और अक्सर इसे दुनिया भर में एक आर्किटेक्चरल आइकन माना जाता है। यह उदयपुर से 95 किलोमीटर उत्तर में रणकपुर गाँव में स्थापित है।

इस परिसर में कई मंदिर हैं जिनमें चतुर्मुख मंदिर, पार्श्वनाथ मंदिर, सूर्य मंदिर और अंबा मंदिर शामिल हैं। इन सबके बीच सबसे महत्वपूर्ण चार तीर्थमुख मंदिर है जो पहले जैन तीर्थंकर आदिनाथ को समर्पित हैं। इस मंदिर अपनी अलग मान्यता है। यह लोग दूर दूर से दर्शन को आते है। बात करे खूबसूरती की तो बाहर और अंदर से ये बहुत ही खूबसूरत है।

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