Train Insurance Tips- ट्रेन में सफर करते वक्त इसलिए जरूरी हैं इंश्योरेंस, लगता हैं मात्र इतना चार्ज
भारतीय रेलवे नेटवर्क दुनिया के सबसे नेटवर्क मे से एक हैं, करोड़ो लोग प्रतिदिन ट्रेन से सफर करते हैं, लेकिन सुविधाएं अपने साथ कुछ असुविधाएं भी लाती हैं, जैसे ट्रेन एक्सीडटें जो कभी भी हो सकता है, जैसे सोमवार को पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में एक दुखद रेल दुर्घटना सुर्खियों में रही। एक मालगाड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस से टकरा गई, जिससे कई डिब्बों को काफी नुकसान पहुंचा। इस दुर्घटना में पांच लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। ऐसी दुर्घटनाओं से जानमाल के साथ संपत्ति का भी काफी नुकसान होता है। इनसे निपटने के लिए भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए ट्रेन यात्रा बीमा सुविधा प्रदान करता है, जिसके बारे में बहुत से लोग नहीं जानते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी की मात्र 45 पैसे के प्रीमियम वाला यह बीमा 10 लाख रुपये तक का कवरेज प्रदान करता है। आइए जानते हैं इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी-
ट्रेन यात्रा बीमा क्या है?
ट्रेन यात्रा बीमा ऑनलाइन टिकट बुक करते समय यात्रियों के लिए उपलब्ध एक विकल्प है। बीमा विकल्प चुनने पर, यात्री के मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर एक पुष्टिकरण संदेश भेजा जाता है। इस संदेश में बीमा कंपनी का नाम और प्रमाणपत्र संख्या शामिल होती है, जो दावा दायर करने के लिए महत्वपूर्ण होती है।
पात्रता और कवरेज विवरण
रेलवे बीमा का लाभ सभी श्रेणी के यात्रियों को मिल सकता है, लेकिन यह केवल ऑनलाइन बुक किए गए टिकटों के लिए उपलब्ध है। काउंटर से टिकट खरीदने वाले यात्री पात्र नहीं हैं। केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को कवर किया जाता है, यानी वेटिंग टिकट वाले लोगों को इस बीमा का लाभ नहीं मिलता है।
रेलवे यात्रा बीमा का दावा कैसे करें?
रेलवे दुर्घटना की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, चार महीने के भीतर बीमा दावा किया जा सकता है। घायल यात्री, नामांकित व्यक्ति या कानूनी उत्तराधिकारी संबंधित दस्तावेजों के साथ बीमा कंपनी को आवेदन जमा करके दावा दायर कर सकते हैं।
- मृत्यु या पूर्ण विकलांगता: 10 लाख रुपये तक।
- स्थायी विकलांगता: 7.5 लाख रुपये तक।
- चोटें: 2 लाख रुपये तक।
बीमा दावे के लिए आवश्यक दस्तावेज
- पुष्टिकृत दुर्घटना रिपोर्ट: रेलवे प्राधिकरण द्वारा जारी की गई।
- दुर्घटना दावा प्रपत्र: नामांकित व्यक्ति और कानूनी उत्तराधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित।
- फोटोग्राफ: दुर्घटना से पहले और बाद में विकलांग यात्री को दिखाते हुए।
- अस्पताल में भर्ती होने के दस्तावेज: सभी संबंधित कागजी कार्रवाई।
- डॉक्टर की अंतिम रिपोर्ट: संलग्न की जानी है।
- नंबर, हस्ताक्षरित और मुहर लगे बिल: सभी खर्चों के लिए।
- आधिकारिक रिपोर्ट: मृत्यु के मामले में मृतक यात्री का विवरण।
- एनईएफटी विवरण और रद्द किए गए चेक: भुगतान की प्रक्रिया के लिए।
रेल यात्रा बीमा को समझना और उसका उपयोग करना रेलवे दुर्घटना की स्थिति में महत्वपूर्ण वित्तीय राहत और सहायता प्रदान कर सकता है।