महाभारत को हिन्दुओं के महान ग्रंथ में से एक माना जाता है और महाभारत के समय के कई प्रसंग आज भी प्रचलित है जिन्हे हम सुनते आए हैं.आज हम आपको महाभारत से जुड़े ऐसे ही रोचक किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे जानकार आप हैरान रह जाएंगे। एक पौराणिक कथा के अनुसार म=पांडवों ने द्रौपदी को लेकर खास नियम बनाया था जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं। आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं।

द्रौपदी से शादी रचाने के बाद एक दिन नारद मुनि पांडवो से मिलने आए और उन्होंने बताया कि प्राचीन समय में सुंद-उपसुंद नाम के दो राक्षस भाई थे जिन्होंने अपने पराक्रम से कई देवताओं को भी जीत लिया थ। लेकिन उन दोनों के बीच की लड़ाई का कारण एक महिला बनी। उन्होंने एक दूसरे का वध कर दिया इसलिए तुम्हे भी ऐसा कोई नियम बनाना चाहिए जिस से कि एक स्त्री के कारण तुम में लड़ाई ना हो। नारद मुनी ने ये नसीहत पांडवों को दी इसके बाद उन्होंने फैसला किया कि द्रौपदी एक निश्चित समय के लिए ही एक भाई के पास रहेगी।

जब एक भाई द्रौपदी के साथ अकेला होगा तो कोई दूसरा भाई वहां नहीं जाएगा। ये एक नियम है और यदि कोई इस नियम को तोड़ता है तो उसे वनवास काटना पड़ेगा। सभी भाई इसी नियम का पालन करते थे।

कहा जाता है कि एक बार जब युधिष्ठिर द्रौपदी के साथ अकेले में था तब अर्जुन के पास एक व्यक्ति आया और उसने कहा कि ‘मेरी गाय डाकू ले गए हैं आप मेरी सहायता कीजिए’ लेकिन उस समय सारे अस्त्र शस्त्र युधिष्ठिर के कमरे में थे और वे वहां वो द्रौपदी के साथ मौजूद थे। हालाकिं ये नियम था कि कोई भाई उस दौरान उस कमरे में नहीं जायेगा जब द्रौपदी उनके साथ होगी फिर भी अर्जुन ने उस व्यक्ति की मदद करना अपना धर्म समझा और शस्त्र लेने के लिए कमरे में प्रवेश कर लिया और नियम को तोड़ दिया।

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