लाइफस्टाइल डेस्क। दोस्तों आमतौर पर किन्नरों को दयनीय दृष्टि से देखा जाता है। भारत में किन्नर आमतौर पर शादी समारोह या फिर किसी सांस्कृतिक प्रोग्राम में पैसे मांगते दिखाई देते हैं। लेकिन दोस्तों आज हम आपको एक ऐसे किन्नर से मिलवाने जा रहे हैं, जिसने किन्नरों के समाज में एक अलग ही पहचान कायम की है और पूरी दुनिया में किन्नरों का नाम रोशन किया है। दोस्तों आज हम आपको भारत की पहली 'किन्नर' (ट्रांसजेंडर) न्यायाधीश से मिलवाने जा रहे हैं। दोस्तों जानकारी के लिए हम आपको बता दे की पश्चिम बंगाल की 30 वर्षीय जोइता मंडल देश की पहली 'किन्नर' (ट्रांसजेंडर) न्यायाधीश है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जोइता मंडल 29 साल की उम्र में देश की पहली ट्रांसजेंडर जज बनीं थी। बता दे जोइता मंडल को 8 जुलाई 2017 को पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर की लोक अदालत में जज नियुक्त किया गया था। आज वो पूरे देश में मिसाल बनी हुई है।

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