इन चीज़ों के बिना अधूरी मानी जाती है हरियाली तीज की पूजा
इंटरनेट डेस्क। अभी भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना चल रहा है। इस महीने में आने वाली तृतीया को हरियाली तीज के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान शिव और पार्वती की पूजा की जाती है। यह मुख्य रूप से विवाहित महिलाओं का त्यौहार है जो कि उत्तर भारत में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। इस बार हरियाली तीज 13 अगस्त को मनाई जायेगी।
ऐसा कहा जाता है कि इस दिन माता पार्वती ने शिव जी की पूजा की थी जिसके बाद दोनों का विवाह हुआ था। सुहागन महिलायें इस दिन अपने पति की लंबी आयु की मनोकामना के लिए उपवास रखती है और गौरी-शंकर की पूजा करती है। इस बार हरियाली तेज पर मुहूर्त सोमवार 13 अगस्त सुबह 8:36 मिनट से लेकर मंगलवार 14 अगस्त को 5:45 मिनट तक रहेगा। अगर आप इस दिन व्रत रख रहे है तो पूजा की सामग्री में निम्न चीज़ों को जरूर शामिल करें -
पूजा की सामग्री - बेल पत्र , केले के पत्ते, धतूरा, तुलसी, शमी के पत्ते, काली गीली मिट्टी, जनेऊ, धागा और नए वस्त्र।
माता पार्वती के श्रृंगार की सामग्री - चूडियां, सिंदूर, बिछुआ, मेहंदी, कुमकुम, कंघी और सुहागिन के श्रृंगार की अन्य सभी आवश्यक चीज़ें।
इसके अलावा आपको भगवान शिव और पार्वती की पूजा की सामग्री में चंदन, तेल और घी, कपूर, दूध, दही, चीनी, शहद और पंचामृत आदि भी शामिल करना चाहिए।