इंटरनेट डेस्क। तदनुसार शब्द "थिरुमानजनम" का मतलब पवित्र स्नान है। अनी थिरुमानंजनम (जून से जुलाई तक फैले तमिल महीने) एक विशेष दिन (उथ्रम नक्षत्र) है जब अभिषेक भगवान नटराज के लिए किया जाता है।

ऐसा माना जाता है कि भगवान नटराज ने अनी और मार्गज़ी के महीनों में अपने भक्तों को दर्शन दिया।

भगवान का स्वरूप उनके पांच गुना कार्यों का निर्माण करता है अर्थात् सृजन, संरक्षण, विनाश, छिपाने और मोक्ष।

भगवान नटराज को एक वर्ष में छह अभिषेक दिया जाता है। सूर्य के चारों ओर एक पूर्ण सर्कल को पूरा करने के लिए पृथ्वी को 365 दिन लगते हैं।

इस बीच मनुष्यों के छह सत्र वर्ष के लिए एक दिन को अमर कहा जाता है। एक दिन में छह अवधि होती हैं। सुबह, सुबह, दोपहर, दोपहर, शाम, और रात।

ये तब होते हैं जब मंदिरों में छह दैनिक पूजा (काला पूजा) की जाती है। इन छह भागों में से प्रत्येक के दौरान, अभिषेक भगवान नटराज के लिए नियुक्त किया गया है।

इनमें से एक अनी थिरुमानंजनम है, जो अदी (जून-जुलाई) में उथिरम स्टार के दिन शाम को प्रसाद अभिषेक किया जाता है। भगवान नटराज को इस दिन पूजा जाता है।

प्रसाद बांटा जाता है। अभिषेक किया जाता है। इन त्यौहारों को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

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