नाभि हमारे शरीर का एक अहम हिस्सा है जिसे असल में पूरे शरीर का केन्द्र माना जाता है। आज हम नाभि के बारे में कुछ रोचक जानकारी देंगे। पेट के बीचोबीच में स्थित हमारी नाभि का ताल्लुक पूरे शरीर से होता है और ये हमारे पूरे शरीर के बीच में संतुलन बनाए रखती है। क्या आप जानते हैं कि नाभि को अपने स्थान पर रहना सही सेहत का प्रतीक माना जाता है।

सबसे पहले बता दे नाभि केवल दूध पिलाने वाले यानि की स्तनधारी जानवरों में ही पाई जाती है| अंडे देने वाले जानवरों में नाभि नही पाई जाती।

किसी भी दो आदमियों की नाभि एक जैसी नही पाई जा सकती है। हर व्यक्ति की नाभि का आकार अलग होता है क्योकिं हर किसी की नाभि में अलग-अलग बैक्टीरिया पाए जाते है।

याद रखे नाभि में कभी भी कान, नाक की तरह छेद ना कराएं क्योकिं नाभि छेद को ठीक होने में 9 महीने का समय लगता है, वही नाक और कान का छेद केवल 6 हफ्ते में भर जाता है।

नाभि मनुष्य के शरीर का सबसे गंदा हिस्सा होता है,इसमें लगभग 1458 तरह के बैक्टीरिया होते है।

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