बहुत जल्द आने वाला है वो समय जब अन्न के बिना होगा कलयुग का अंत
जब-जब धर्म की हानि होती है, ईश्वर अवतार लेकर अधर्म का अंत करते हैं। इस संदेश के साथ अलग-अलग युगों में जगत को दु:ख और भय से मुक्त करने वाले ईश्वर के अनेक अवतारों के पौराणिक प्रसंग हैं। लेकिन आज हम बात करेंगे कलयुग के अंत का, श्रीमद्भागवत पुराण और भविष्यपुराण में कलियुग के अंत का वर्णन मिलता है। कलियुग में भगवान कल्कि का अवतार होगा। जो पापियों का संहार करके फिर से सतयुग की स्थापना करेंगे।
कलियुग के अंत में संसार की ऐसी दशा होगी कि अन्न नहीं उगेगा। लोग मछली-मांस ही खाएंगे और भेड़ व बकरियों का दूध पिएंगे। एक समय ऐसा आएगा जब जमीन से अन्न उपजना बंद हो जाएगा। पेड़ों पर फल नहीं लगेंगे।
कलियुग में समाज हिंसा हो जाएगा। जो लोग ताकतवर होंगे उनका ही राज चलेगा। मानवता खत्म हो जाएगी। रिश्ते समाप्त हो जाएंगे। एक भाई दूसरे भाई का ही दुश्मन हो जाएगा। जुआ, शराब, परस्त्रिगमन और हिंसा ही धर्म होगा।
कलियुग में लोग शास्त्रों से विमुख हो जाएंगे। अनैतिक साहित्य ही लोगों की पसंद हो जाएगा। बुरी बातें और बुरे शब्दों का ही व्यवहार किया जाएगा। महिला और मर्द दोनों ही अधर्मी हो जाएंगी। स्त्रियां पतिव्रत धर्म का पालन करना बंद कर देगी और पुरुष भी ऐसा ही करेंगे।