महाभारत का युद्ध आज से हजारों साल पहले कौरवों और पांडवों के बीच लड़ा गया था। कुरूक्षेत्र के युद्ध में कई योद्धाओं ने अपने प्राण गवाएं थे, ऐसा कहा जाता है कि इन योद्धाओं के खून से आज भी कुरूक्षेत्र की मिट्टी का रंग लाल है। लेकिन क्या आप जानते है हजारों की संख्या में मरने वाले इन योद्धओं के शवों का क्या हुआ होगा क्योंकि आज तक खुदाई में या किसी भी तरह से उस जगह पर किसी कंकाल के होने की खबर नही मिली है।


हालांकि ये बात हजारों साल पहले की है लेकिन जब लाखों साल पहले धरती पर हुए डायनासोर के कंकाल मिल सकते है तो कुरूक्षेत्र के युद्ध में मरने वाले हजारों योद्धाओं के कंकाल क्यों नही।

दरअसल ऐसा माना जाता है कि महाभारत काल के समय युद्ध में मरने वाले सभी योद्धाओं का अंतिम संस्कार किया जाता था शायद इसलिए आज तक कुरूक्षेत्र के युद्ध में मरने वाले किसी भी योद्धा का शव या अस्थियां मिलने की खबर नही है।



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