निष्क्रिय बैंक अकाउंट को सही तरीके से करें बंद, वरना उठाना पड़ेगा ये नुकसान!
सामान्यतया बैंक खाते में जमा रकम अथवा निकासी, एफडी और ओवरड्राफ्ट जैसे लेन देन से आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन क्रेडिट कार्ड की तरह यदि आपने बैंक खाता भी पूरी प्रक्रिया अपनाए बिना बंद नहीं किया है, इसका सीधा असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक यदि बैंक खाते में रकम माइनस में चली गई है और आप पर बैंक का बकाया है। ऐसी स्थिति में बैंक अकाउंट बंद करने से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है। बैंक आपकी बकाया छोटी-मोटी रकम की वसूली भले ही न करें, लेकिन यह भविष्य में लोन लेने के विकल्पों पर भारी पड़ सकता है।
इसलिए आपको कोई बैंक खाता बंद करना है तो पूरी प्रक्रिया अपनाते हुए बैंक को इसकी समुचित जानकारी दें। अक्सर यह देखा गया है कि लोग खाते से सारी रकम निकालकर उसे छोड़ देते हैं। इतना ही नहीं बैंक द्वारा लगातार ईमेल और एसएमएस के बावजूद वे किसी भी प्रकार का संपर्क नहीं साधते हैं। ऐसे में उनकी रकम नीगेटिव लेवल पर पर चला जाती है, क्योंकि तकनीकी तौर पर यह खाता बंद नहीं होता है।
बैंक अकाउंट बंद कराने के लिए अपनाएं ये प्रक्रिया.......
1- क्लोजर फॉर्म भरें
अकाउंट बंद कराने के लिए सबसे पहले आपको बैंक की शाखा में खुद जाना पड़ेगा। हांलाकि यह काम ऑनलाइन भी होता है। बैंक में जाकर अकाउंट क्लोजर फॉर्म भरें, इस फार्म में आपको खाता बंद करने की वजह बतानी होगी। यदि संयुक्त खाता है तो सभी खाताधारकों का हस्ताक्षर अनिवार्य है। यदि आप बंद होने वाले अकाउंट में बचा पैसा स्थानांतरित कराना चाहते हैं, तो आपको एक दूसरा फॉर्म भी भरना होगा।
2- डी लिंकिंग फॉर्म भरें
जानकारी के लिए बता दें कि आपके बैंक खाते से निवेश, लोन, ट्रेडिंग, क्रेडिट कार्ड पेमेंट और बीमा से जुड़ा पेमेंट लिंक होता है। यदि इस तरह की कोई बिल लिंक है तो आप सबसे पहले दूसरे बैंक खाते को इस तरह के भुगतान से लिंक कर दें। इसीलिए अकाउंट बंद करते वक्त आपको डी लिंकिंग फॉर्म भरना होता है।