Shraddha Walkar case: अनुपमा गुलाटी हत्याकांड के बारे में आफताब ने क्यों सर्च किया था? जानें 2010 के देहरादून हत्याकांड से भयानक समानताएं
श्रद्धा वाकर हत्या मामले में अधिक से अधिक भयावह विवरण सामने आ रहे हैं, पुलिस को अब पता चला है कि आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने सनसनीखेज अनुपमा गुलाटी हत्याकांड के बारे में इंटरनेट पर खोज की थी, जिसने 2010 में देहरादून को हिला कर रख दिया था।
आफताब पूनावाला ने पहले कैसे श्रद्धा का गला घोंटकर हत्या की और फिर उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काटकर राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में बिखेर दिया, यह भी 12 साल पुराने हत्या के मामले में किए गए खुलासे से काफी मिलता-जुलता है।
अनुपमा गुलाटी की उनके पति राजेश गुलाटी ने 17 अक्टूबर, 2010 को हत्या कर दी थी, जिन्होंने कई दिनों तक उन्हें डंप करने से पहले उनके शरीर को 72 टुकड़ों में काटा।
इन दोनों जघन्य हत्याओं के कई पहलू एक जैसे हैं। पीटीआई ने विशेषज्ञों के हवाले से कहा कि वे न केवल हत्यारों की क्रूरता को उजागर करते हैं बल्कि इस तथ्य को भी उजागर करते हैं कि हत्याएं पूर्व नियोजित थीं, न कि गुस्से में आकर की गईं।
दोनों ही मामलों में हत्यारों ने न केवल शरीर को काटने के लिए आरी का इस्तेमाल किया बल्कि टुकड़ों और दुर्गंध को छिपाने के लिए फ्रिज या डीप फ्रीजर का भी इस्तेमाल किया।
जिस तरह श्रद्धा का का हत्यारा आफताब पूनावाला आधी रात के बाद छतरपुर के वन क्षेत्र में शवों को ठिकाने लगाने जाता रहा, उसी तरह अनुपमा गुलाटी का पति राजेश गुलाटी राजपुर रोड स्थित मसूरी डायवर्जन पर नाले में डालने के लिए कई दिनों तक जाता रहा.
Zee News के सूत्रों ने बताया कि राजेश गुलाटी अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने जाते समय शरीर के टुकड़ों को साथ ले जाते थे और उन्हें मसूरी-देहरादून रोड के किनारे जंगलों में फेंक देते थे.
श्रद्धा के मामले में आफताब ने जांचकर्ताओं को बताया कि वह शरीर के अंगों को छिपाने के लिए अमेरिकी क्राइम शो 'डेक्सटर' से प्रेरित था। अनुपमा के मामले में भी उनके पति राजेश ने भी एक विदेशी फिल्म से प्रेरित होकर हत्या को अंजाम दिया था।
दोनों ही मामलों में हत्यारे इतने शातिर थे कि महीनों तक अपने किसी पड़ोसी को इस जघन्य अपराध की भनक तक नहीं लगने दी।
अनुपमा गुलाटी के पति ने उनके परिवार और दोस्तों को उनकी मेल आईडी से मैसेज भेजकर गुमराह किया। पूनावाला हफ्तों तक श्रद्धा वाकर के सोशल मीडिया स्टेटस को अपडेट करते रहे।
अनुपमा की हत्या 17 अक्टूबर, 2010 को हुई थी, लेकिन यह 12 दिसंबर, 2010 को सामने आया। यह तब सामने आया जब उसके भाई ने कई दिनों तक अपनी बहन से संपर्क नहीं हो पाने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
श्रद्धा वाकर के मामले में, एक दोस्त ने अपने भाई को बताया कि उसका फोन नहीं लग रहा था, जिसके बाद उसके पिता ने पुलिस से संपर्क किया और गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।
अनुपमा गुलाटी के पति सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी उम्रकैद की सजा काट रहे हैं।