बहुत से लोग खुजली या दर्द होने पर कान में तेल लगाते हैं. ऐसा माना जाता है कि कान में तेल नहीं डालना चाहिए। कान में तेल डालने से कई दिनों तक कान में नमी बनी रहती है। ऐसे में जब हम घर से बाहर जाते हैं तो कानों में धूल और प्रदूषण जमा हो जाता है।

बहुत से लोग मानते हैं कि कान में तेल लगाने से कान का मैल आसानी से निकल जाता है, लेकिन यह धारणा आपके लिए हानिकारक हो सकती है। कान में तेल डालने से कान में संक्रमण हो सकता है। इतना ही नहीं कान में तेल लगाने से भी कान की समस्या हो जाती है। कच्‍चे तेल को कभी भी कान में न डालें।

कान का तेल लगाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें

कान में तेल डालने के नुकसान

कान में दर्द या बहरापन होने पर लोग कान में तेल लगाते हैं, लेकिन यह आपके कान को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे स्थायी बहरापन भी हो सकता है। हो सके तो बिना डॉक्टर की सलाह के कान में तेल न डालें।

कान में तेल डालने से ऑटोइम्यून बीमारी हो सकती है, जिससे स्थायी रूप से सुनने की क्षमता कम हो सकती है।

बहुत से लोग कान का मैल निकालने के लिए कान में तेल लगाते हैं, लेकिन इससे कान में गंदगी और गंदगी जमा हो सकती है, जिससे कान का मैल बाहर निकलने के बजाय और जमा हो सकता है।

नहाते समय अगर आपके कान में पानी आ जाए तो कान में तेल डालने की गलती न करें। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

बच्चे के कान में कभी भी अपनी मर्जी से तेल न लगाएं। डॉक्टर से पूछे बिना ये गलती न करें।

इससे आपके कानों में मवाद जैसी समस्या हो सकती है। इसके अलावा, यह झुमके को प्रभावित कर सकता है। कान में तेल लगाने से आपके कानों में खुजली और दर्द हो सकता है।

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