Relationship tips: पति-पत्नी के रिश्ते से इस तरह करें शक के बहम को दूर
रिश्ता चाहे गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड का हो या पति-पत्नी का इन रिश्तों में शक की बीमारी बहुत ही खतरनाक होती है। इस शक के चलते आप अपने कई आपसी रिश्ते खराब कर चुके होते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि रिश्तों में बातचीत की कमी होने लगती है। एक पार्टनर दूसरे पार्टनर की अनदेखी करने लगता है, उस पर भरोसा नहीं करता है, एक दूसरे को समझाने की कोशिश ज्यादा करते हैं और समझने की कोशिश कम करते हैं। इन सभी बातों के चलते इन रिश्तों में शक और दरार की स्थिति उत्पन्न होती है। चलिए जानते हैं कि आप कैसे अपने रिश्ते से शक की समस्या को दूर कर सकते हैं।
1. मन की बात बताएं
रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए रिश्ते में प्यार होना बहुत जरूरी होता है। अगर आपके रिश्ते में प्यार की जगह शक ले रहा है, तो ये एक समस्या वाली बात है। ऐसी स्थिति में अपने रिश्ते को टूटने से बचाएं और खुद को समझाएं कि अपने पार्टनर के लिए मन में शक होना, ये एक इनसिक्योरिटी कॉम्प्लेक्स है, जो आपके रिश्ते के लिए खतरनाक है। बिना किसी सबूत के अपने पार्टनर पर शक करने से खुद को रोकें। अपने पार्टनर से अपने दिल की बात करें और उनको बताएं कि आप इस समय अपने पार्टनर के लिए कैसी भावना महसूस कर रहे हैं।
2. भरोसा दिलाएं
आप अपने रिश्ते को मजबूत रखने के लिए अपने पार्टनर को भरोसा दिलाएं कि आप उनके बहुत अच्छे दोस्त हैं और आप भी उनसे यही अपेक्षा रखते हैं। आप उनके साथ कुछ वक्त बिताएं, उनके साथ खाना बनाएं या मूवी देखने जाएं। अपने पार्टनर को बताएं कि वो आपके लिए कितने खास हैं। जब भी आप उनके साथ हों, तो उनकी तरीफ करना न भूलें।
3. दूसरों की बातों में न आएं
अगर कोई दूसरा व्यक्ति आपके पार्टनर के बारे में कुछ बता रहा है, तो उसकी बातों को जरूर सुनें लेकिन समझदारी से काम लें। आप उस व्यक्ति से सबूत मांगें कि वो किस आधार पर आपके पार्टनर पर कोई आरोप लगा रहा है। सबूत न मिलने पर आप अपने पार्टनर पर बेवजह शक न करें। हां, आप अपनी तसल्ली के लिए आराम से एक जगह बैठकर उनको पूरा किस्सा सुना सकते हैं और अपने मन की बात कर सकते हैं क्योंकि कई बार हम ऐसी बहुत सी सुनी-सुनाई बातें मन में इकट्ठा करते रहते हैं, जो बाद में रिश्ता टूटने की वजह बनती हैं।
4. रिश्ते में स्पेस दें
रिश्ता चाहे कोई भी हो, हर रिश्ते में व्यक्ति को अपने पर्सनल स्पेस की आवश्यकता होती है। उसे खुद के लिए मी टाइम चाहिए होता है। इसी से वो अपना पर्सनल ग्रोथ भी कर पाता है। अगर आपका पार्टनर आपको हर दिन टाइम नहीं दे पाता है, तो इसका अर्थ ये बिलकुल नहीं है कि वो आपको चीट कर रहा है। आप इस बात को समझने की कोशिश करें और खुद के शेड्यूल को भी बिजी बनाएं।