By Jitendra Jangid- भारतीय सरकार अपने देश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगो की मदद के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं शुरु की हैं। जिनका उद्धेश्य इन लोगो की मदद करना और जीवनशैली का उत्थान करना हैं, बढते बिजली के बोझ के कारण लोग बहुत परेशान हैं, इस समस्या को समझते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम सूर्य घर मुफ़्त योजना, बात करें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम सूर्य घर मुफ़्त योजना की घोषणा की, जिसका उद्देश्य घरों को 300 यूनिट तक मुफ़्त बिजली उपलब्ध कराना है। यह पहल पहले की पीएम सूर्योदय योजना का अनुसरण करती है, जिसमें सौर ऊर्जा समाधानों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया था। दोनों योजनाओं का लक्ष्य बिजली की लागत कम करना और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना है, इसलिए कई लोग उनके बीच के अंतरों के बारे में सोच रहे हैं। आइए जानते हैं दोनो के बीच का अंतर-

Google

पीएम सूर्योदय योजना का अवलोकन

घोषणा संदर्भ: अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद पीएम सूर्योदय योजना की शुरुआत की गई थी।

Google

मुख्य लाभ: इस योजना के तहत, छतों पर सौर पैनल लगाए जाएंगे, जिससे एक करोड़ परिवारों को उनके बिजली बिल में उल्लेखनीय कमी आएगी।

बजट भाषण की मुख्य बातें: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान इस योजना के बारे में विस्तार से बताया, जिसमें पुष्टि की गई कि एक करोड़ घरों को 300 यूनिट तक मुफ़्त बिजली मिलेगी और छतों पर सौर पैनलों के लाभों पर प्रकाश डाला।

Google

पीएम सूर्य घर योजना की शुरुआत

नई पहल: पीएम सूर्य घर मुफ़्त योजना सूर्योदय योजना के उद्देश्यों को प्रतिध्वनित करती है, लेकिन इसे विशेष रूप से मुफ़्त बिजली तक पहुँच बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

वित्तीय प्रतिबद्धता: सरकार ने इस पहल के लिए लगभग ₹75,000 करोड़ आवंटित किए हैं, जिसका लक्ष्य मुफ़्त बिजली के प्रावधान के माध्यम से एक करोड़ घरों को रोशन करना है।

सोलर पैनल स्थापना के लिए सहायता: इस योजना का उद्देश्य पर्याप्त सब्सिडी देकर सोलर पैनल स्थापना के वित्तीय बोझ को कम करना है।

अपेक्षित परिणाम: सूर्य घर योजना से घरों की आय में वृद्धि, बिजली के बिल में कमी और रोज़गार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।

Related News