Pan and Aadhaar Card Link- इस आसान प्रोसेस पैन और आधार कार्ड को करें लिंक, इतनी देनी पड़ेगी पैनल्टी
दुनिया भर में सरकारें सिस्टम के भीतर, विशेषकर वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न उपाय लागू कर रही हैं। बैंकिंग के क्षेत्र में, भारत सरकार द्वारा की गई एक महत्वपूर्ण पहल में पैन (स्थायी खाता संख्या) को आधार कार्ड से जोड़ना शामिल है। प्रारंभ में यह एक निःशुल्क सेवा थी, इस प्रक्रिया में अंततः शुल्क लगा, जिसके कारण कई बार समय सीमा बढ़ानी पड़ी। चूंकि ये समय सीमा अब समाप्त हो चुकी है, इसलिए कई लोग पैन को आधार से जोड़ने की प्रक्रिया के बारे में सोच रहे हैं।
पैन-आधार लिंक करने का महत्व:
पैन को आधार से जोड़ने की अनिवार्यता के पीछे के तर्क को समझना महत्वपूर्ण है। आयकर विभाग ने एक ही व्यक्ति के नाम पर कई पैन जारी करने के मामलों की पहचान की है, जो प्रत्येक व्यक्ति के पास केवल एक पैन रखने की नीति का उल्लंघन है। इस प्रकार, पैन को आधार से जोड़ने का उद्देश्य इस तरह के दोहराव पर अंकुश लगाना और वित्तीय प्रणाली को सुव्यवस्थित करना है।
पिछली समय सीमा और वर्तमान परिदृश्य:
केंद्र सरकार ने आधार को पैन से जोड़ने की समय सीमा को लगातार बढ़ा दिया है, अंतिम कटऑफ 30 जून, 2023 निर्धारित की गई है। इन समय सीमा का पालन करने में विफलता के कारण कई व्यक्तियों को बैंकिंग और सरकारी योजनाओं तक पहुंचने में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
पैन और आधार को लिंक करने की प्रक्रिया:
जो व्यक्ति समय सीमा से चूक गए और अपने पैन कार्ड निष्क्रिय पाए, उन्हें वित्तीय व्यवधानों से बचने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसे में अब भी लोग एक हजार रुपये का जुर्माना देकर अपने पैन को आधार से लिंक कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में आयकर वेबसाइट पर जाना शामिल है, जहां आवश्यक लिंकेज पूरा किया जा सकता है। एक बार हो जाने के बाद, वित्तीय लेनदेन बिना किसी बाधा के फिर से शुरू हो सकता है।