Navratri fasting tips: नवरात्रि में नहीं होगी कब्ज-एसिडिटी की दिक्कत, फॉलो करें ये रूल्स
कहा जाता है कि नवरात्रि में घाटों की पूजा, देवी-देवताओं की पूजा और इसके साथ ही व्रत और उपवास करना भी कहा जाता है। नवरात्रि में व्रत ज्यादातर महिलाएं ही करती हैं। एक तरफ घर में धार्मिक चीजों की तैयारी, घर के नियमित काम, ऑफिस का काम, बदलते माहौल और उसमें व्रत रखना। इन सब चीजों के मेल से कभी नवरात्रि के दौरान तो कभी नवरात्र के बाद महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने की आशंका रहती है। हर दिन हम कम से कम 3 पूर्ण भोजन करते हैं।
लेकिन अचानक से 9 दिन के उपवास के बाद कभी-कभी थकान, एसिडिटी या फास्टिंग फूड के कारण अपच, शरीर के उचित पोषण की कमी के कारण ताकत कम होने जैसी समस्याएं होने की संभावना रहती है। लेकिन अगर हम उचित देखभाल के साथ उपवास करते हैं, तो हमें इसका नुकसान नहीं होगा, लेकिन हम नवरात्रि की सभी चीजों को अच्छे तरीके से मना सकते हैं। फेमस डायटीशियन शिखा अग्रवाल इसके लिए कुछ जरूरी टिप्स देती हैं।
इन दिनों डायटरी फाइबर का सेवन कम होता है और चाय-कॉफी का सेवन भी बढ़ जाता है। यह कब्ज पैदा कर सकता है। ऐसे में ऐमारैंथ का आटा और मखाना खाना चाहिए। अक्सर हम खाना खाने के बाद पानी पीते हैं या मसालेदार खाना खाने के बाद हम थोड़ा और पानी पीते हैं। लेकिन चूंकि फास्टिंग फूड कम मात्रा में खाए जाते हैं या वे बहुत मसालेदार नहीं होते हैं, इसलिए पानी की मात्रा स्वाभाविक रूप से कम हो जाती है। लेकिन व्रत के दौरान भी पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।
उपवास के दौरान केला, सेब, पपीता, अंजीर, ख़ुरमा, चना जैसे फलों को आहार में शामिल करना चाहिए। यह स्वास्थ्य को पोषण देने में मदद करता है। फल फाइबर और विभिन्न विटामिनों से भरपूर होते हैं। फल शरीर में पानी के अच्छे स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं अक्सर उपवास करने से कब्ज जैसी समस्या हो जाती है। ऐसे में दही खाने से पाचन संबंधी समस्याएं कम करने में मदद मिलती है। तो दही पाचन को मजबूत करने और अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए फायदेमंद है।