इंटरनेट डेस्क। कुंभ मेला भारत का एक बेहद प्रसिद्ध उत्सव है। इस बार कुंभ मेले का आयोजन अगले साल 4 फरवरी से लेकर 4 मार्च तक इलाहबाद में शुरू होने जा रहा है। सरकार इस बार मेले को बड़े पैमाने पर आयोजित करने जा रही है और कहा जा रहा है कि इस बार का कुंभ मेला पिछले सभी मेलों की तुलना में बड़ा और भव्य होगा। इस बार के कुंभ में ये ख़ास चीज़ें होंगी जो पहले कभी नहीं हुई है और ये नए रिकार्ड्स भी बनेंगे।

यूनेस्को ने कुंभ को पहली बार विश्व की सांस्कृतिक धरोहरों में शामिल किया है। इसके बाद से ही केंद्र और राज्य सरकार दोनों इसको पहले की तुलना में और भी बड़े पैमाने पर आयोजित करने की तैयारी कर रहे है।

अगले साल आयोजित होने वाले कुंभ में कई साधु और संत देहदान की एक नई परंपरा शुरू करने जा रहे है। साधु संतों ने यह निर्णय मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के अध्ययन में मदद करने के लिए ऐसा करने का निर्णय लिया है।

राज्य सरकार इस बार कुंभ में आने के लिए सभी गावों को न्योता भेज रही है वहीं इस बार कुंभ में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री नजर आ सकते है । मुख्यमंत्री योगी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कुंभ में आने का न्योता भेजा है।

अगले साल आयोजित होने वाले कुंभ में 6 लाख से ज्यादा वाहनों के लिए एक हजार से ज्यादा हेक्टेयर जमीन पर लगभग 120 पार्किंग स्थल बनाये जाएंगे जो कि कुंभ में अभी तक का सबसे बड़ा पार्किंग स्थल है।

अगले साल की शुरुआत में होने वाले कुंभ से पहले इलाहबाद के लिए देश के दर्जन भर शहरों से हवाई जहाज से यातायात सेवा शुरू की जायेगी जाएगा।

कुंभ के इतिहास में यह पहली बार है कि इसके इतिहास और महत्व को बताने के लिए 'कुंभ गान' तैयार किया जा रहा है। यह गान हिंदी के अलावा कई अन्य भाषाओं में भी तैयार किया जाएगा।

राज्य सरकार इलाहबाद में 300 करोड़ की लागत से आधुनिक सुविधाओं के साथ एक कुंभ संग्रहालय बनाने जा रही है। इसमें कुंभ से जुडी समस्त जानकारी दर्शकों को डिजिटल माध्यम से प्रदर्शित की जायेगी।

Related News