भगवान शिव को फूल चढ़ाते समय ध्यान में रखें ये बातें, होगी हर मनोकामना पूरी
इंटरनेट डेस्क। अभी सावन का महीना चल रहा है जो कि भोलेनाथ को समर्पित है। आज इस पवित्र महीने का आखिरी सोमवार है। आज के दिन भोलेनाथ की पूजा करने, उनका जलाभिषेक करने और उपवास रखने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है।
जैसा कि हर पूजा में फूलों का ख़ास महत्व है और पूजा में भगवान को प्रिय फूल चढ़ाये जाते है, इसी तरह से शिवलिंग पर भी कई तरह के फूल चढ़ाएं जाते है। हालाँकि भोलेनाथ को फूल चढ़ाते समय कुछ बातों और नियमों का ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है। यहां पर हम आपको शिवलिंग पर चढ़ाये जाने वाले फूलों से जुड़ीं कुछ बातें बता रहे है जिनको ध्यान में रखना आवश्यक होता है।
भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र का खास महत्व है। इसके बिना उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है। हालाँकि शिवलिंग पर चढ़ाये जाने वाले बेलपत्र तीन पत्तों वाले होने चाहिए और इन्हें शिवलिंग पर चढ़ाने से पहले शुद्ध जल या गंगाजल से धो लेना चाहिए।
आप भोलेनाथ की पूजा में उनको कनेर, धतूरे, अपराजिता, बेला, नागकेसर इत्यादि फूलों को चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है। शिवलिंग पर ये फूल चढ़ाये जाने पर इनका मुख हमेशा ऊपर की तरफ होना चाहिए।
आपको शिवलिंग पर कभी भी बासी या कीड़े लगे हुए फूल नहीं चढाने चाहिए। हालाँकि अगर आप किसी माली के घर से फूल ले रहे है तो इन्हें बासी नहीं माना जाता है।
शिवपुराण के अनुसार आपको कभी भी शिवलिंग पर कदम्ब, केतकी, शिरीष, अनार, जूही के फूल नहीं चढाने चाहिए।