राजधानी में कई युवा ऐसे हैं, जो अपने हुनर से अपनी पहचान बना रहे हैं। किसी ने कोरोना काल में निश्शुल्क भोजन जरूरतमंद तक पहुंचाया, तो कोई प्लाज्मा डोनेट, रक्तदान के मुहिम शुरू कर चुका है। इसके अलावा इन युवाओं ने अब अपने हुनर के भरोसे फाउंडेशन तैयार कर दोना-पत्तल का व्यवसाय शुरू किया है। इससे राजधानी रायपुर में ही कई महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है, जो युवा मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के ध्यान में लाता है और आज के वैश्विक समाज में युवाओं की क्षमता को भागीदार के रूप में मनाता है।राजधानी रायपुर की एक युवा टीम कोरोना काल की मुसीबत घड़ी में जरूरतमंदों के लिए मसीहा बनकर उभरी है। ब्लू बर्डस आन द स्काई फाउंडेशन नाम के एनजीओ में 12 युवा हैं, जो सभी उच्च शिक्षा हासिल कर चुके हैं। उनके द्वारा 2020 के लाकडाउन में तीन माह रोज 400 सौ से अधिक भोजन पैकेट जरूरतमंद तक पहुंचाए गए हैं। वहीं, साल 2021 में दो माह प्रतिदिन 400 सौ से अधिक भोजन पैकेट जरूरतमंद तक पहुंचाए हैं।


इस समय महिलाओं को रोजगार देने के लिए दोना पत्तल का व्यवसाय शुरू कर दिया है, जिसके जरिये छह महिलाओं को रोजगार दिया जा रहा है। फाउंडेशन के सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि हमारे लक्ष्य जरूरतमंद तक मदद पहुंचना है। इसी कारण इस तरह के काम शुरू किया है। इस फाउंडेशन में शिवानी सिंह, हरिशंकर सिंह, मारियो बैरन, संयम जैन, शम्मी वहाब, तिलक, उत्तम दास, सुनीता साहू, फहीम शेख, दिनेश यादव, सुकेश मलंगी, अजय, अजीत सिंह, सिद्धार्थ सिंह हैं।

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