रावण के बारे में हम सभी जानते हैं। वह बहुत बड़ा विद्वान् और सभी वेदों उपनिषदों का ज्ञाता था। उसके खानदान में एक से एक धुरंधर थे, जिनकी बौद्धिक क्षमता तत्कालीन विश्व में अतुलनीय थी। आज हम रावण के भाई कुम्भकर्ण के बारे में बात करने जा रहे हैं। उनसे जुडी ऐसी जानकारी हम आपको बतांएगे जिसके बारे में आपको जानकारी नहीं होगी।

1. कुंभकर्ण ने ब्रह्माजी से 6 महीने लंबी नींद का वरदान मांगा था। इस वरदान को ब्रह्माजी ने सहर्ष स्वीकार भी कर लिया था और उसी दिन से कुंभकर्ण 6 महीने की नींद में चला गया था।

2. एक मान्यता है कि किष्किंधा के दक्षिण में किसी गुफा में एक स्थान पर उसने आश्चर्यजनक रूप से एक भारी-भरकम प्रयोगशाला स्थापित कर रखी थी। वह अधिकांश वक्त इसी स्थान पर अपने सहयोगियों के साथ गंभीर व उन्नत किस्म के प्रयोग करता था।

3. स्वयं महर्षि वाल्मीकि ने अपने ग्रंथ रामायण में कुछ ऐसे दिव्यास्त्रों के बारे में बताया है जिनकी विनाश क्षमता बहुत ज्यादा थी। इसे लेकर शोधकर्ताओं का दावा है कि ये सभी दिव्यास्त्र कुंभकर्ण की महान बुद्धि के परिचायक थे। हालाकिं इस बारे में कोई पुष्टि नहीं है।

4. वह ऋषि व्रिश्रवा और राक्षसी कैकसी का पुत्र तथा लंका के राजा रावण का छोटा भाई था।

5. कुम्भ अर्थात घड़ा और कर्ण अर्थात कान, बचपन से ही बड़े कान होने के कारण इसका नाम कुम्भकर्ण रखा गया था। यह विभीषण और शूर्पनखा का बड़ा भाई था।

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