वायु प्रदूषण की जब भी हम बात करते हैं, तो वे सिर्फ फैक्ट्रीज़ और गाड़ियों से निकलने वाले धुएं के बारे में ही सोचते हैं। हालांकि, इसे बाहर का वायु प्रदूषण कहा जाता है, लेकिन यह और भी ख़तरनाक हो जाता है, जब यह घर के अंदर प्रदूषण का कारण बनने लगता है। इनडोर वायु प्रदूषण तब होता है जब कणों और गैसों से कुछ वायु प्रदूषक घर या ऑफिस के अंदर के क्षेत्रों की हवा को दूषित करते हैं।

इस तरह के वायु प्रदूषण की वजह से सांस से जुड़ी बीमारियां या यहां तक कि कैंसर भी हो सकता है। वायु प्रदूषकों को हटाने से आपके घरर के अंदक की हवा की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। तो आइए जानें कि घर के अंदर मौजूद किन चीज़ों की वजह से वायु प्रदूषण हो सकता है।

1. बाहर से आने वाला तंबाकू का धुआं या फिर घर के अंदर सिगरेट पीने से हवा में पॉल्यूटेंट्स फैलते हैं।

2. जैविक प्रदूषक जैसे फफूंद, बैक्टीरिया, वायरस, पोलन, धूल के कण, जानवरों की रूसी, और कई अन्य संदूषक बाहरी क्षेत्रों से घर में आ सकते हैं। नम वातावरण में पनपने वाले ये संदूषक आपको बीमार कर सकते हैं।

3. लकड़ी का चूल्हा, हीटर्स, पानी गर्म करने का हीटर, फायरप्लेस और ड्रायर जैसी चीज़ें भी घर के अंदर वायु प्रदूषण का कारण बनती हैं।

4. सिंथेटिक सुगंध, परफ्यूम, एयर फ्रेशनर और डिओडोराइज़र, ऐसे पदार्थों का उपयोग करते हैं, जो बड़े पैमाने पर अनियमित होते हैं और सरकार द्वारा निगरानी नहीं की जाती है।

5. घर में इस्तेमाल होने वाली पैराफिन मोम की मोमबत्तियों से निकलने वाले धुएं से घर के अंदर वायु प्रदूषण हो सकता है।

6. ऑफिस मशीनों और स्टेशनरी जैसे कॉपियर, लेज़र प्रिंटर, करेक्शन फ्लूएड, ग्राफिक्स और शिल्प सामग्री और अन्य से सूक्ष्म कण और गैसें अल्ट्रा-फाइन कण और वीओसी जारी कर सकते हैं, जो फेफड़ों में गहराई से प्रवेश कर सकते हैं।

7. ड्राई क्लीन्ड कपड़े, जो हम घर लाते हैं, उनमें ट्राइक्लोरोएथिलीन और परक्लोरोइथिलीन होते हैं, जो अत्यधिक जहरीले पदार्थ होते हैं।

8. घर के अंदर और बाहर हम कीड़ों, दीमक, चूहों, फंगस, कॉकरोच को भगाने के लिए जिन पेस्टीसाइड्स का उपयोग करते हैं, उनमें केमिकल्स मौजूद होते हैं, जो घर में प्रदूषण फैलाने का काम करते हैं।

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