जकल बहुत से लोग लकवे से ग्रसित हो जाते हैं और ऐसा व्यक्ति अपनी एक या अधिक मांसपेशियों को हिलाने-डुलाने में असमर्थ हो जाता है। मांसपेशियों में किसी भी प्रकार की समस्या या अन्य रुकावट कभी भी पक्षाघात का कारण नहीं बनती है, मगर मस्तिष्क से अंगों और रीढ़ की हड्डी तक संदेश पहुंचाने वाली नसें प्रभावित होती हैं। बता दे की, लकवा किसी एक पेशी या समूह को प्रभावित कर सकता है या यह शरीर के एक बड़े क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है, यह सब उसके कारण पर निर्भर करता है। स्ट्रोक, सिर या मस्तिष्क की चोट, रीढ़ की हड्डी में चोट और मल्टीपल स्केलेरोसिस पक्षाघात के मुख्य कारणों में से हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आपको लकवा मार जाए तो तुरंत क्या करें?

पक्षाघात के लिए घरेलू उपचार

हल्दी का काढ़ा- आपकी जानकारी के लिए बता दे की, हल्दी का काढ़ा बनाकर लकवाग्रस्त व्यक्ति को दें। क्योंकि इससे लकवा का अटैक रुक जाएगा। हल्दी का काढ़ा आयुर्वेद की प्राचीन किताबों में पाए जाने वाले सबसे शक्तिशाली और महत्वपूर्ण मसालों में से एक है। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए हल्दी वाले दूध की सलाह दी जाती है।

नींबू पानी एनीमा- बता दे की, लकवा को ठीक करने का एक और इलाज है, जो पूरी तरह से प्राकृतिक है। पीड़ित रोगी को प्रतिदिन नींबू पानी एनीमा लेकर अपना पेट साफ करना चाहिए और रोगी को ऐसा उपचार देना चाहिए जिससे उसके शरीर से अधिक से अधिक पसीना निकले। क्योंकि पसीना इस बीमारी को काटने में मददगार होता है।

गर्म चीजों का सेवन- यदि लकवा से पीड़ित रोगी बहुत कमजोर हो तो रोगी को अधिक मात्रा में गर्म चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि हाई ब्लड प्रेशर वाले लकवा के मरीजों को गर्म चीजों से पूरी तरह बचना चाहिए।

गीली मिट्टी का लेप- बता दे की, लकवा को ठीक करने के लिए लकवा से पीड़ित रोगी के पेट पर गीली मिट्टी का लेप लगाना चाहिए। आगार प्रतिदिन संभव न हो तो यह उपाय एक दिन छोड़कर अवश्य करना चाहिए। हां, और उसके बाद रोगी को साइटिका हो जाना चाहिए। आगार यह उपचार प्रतिदिन किया जाए तो लकवा कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।

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