भारत में कई ऐसे रेलवे स्टेशन या प्लेटफॉर्म है जिनके रहस्य से जुड़ी हुई कई कहानियां प्रचलित हैं। कई ऐसे रहस्य हैं जिन पर से आज तक पर्दा नहीं उठाया जा सका है। आज हम आपको 1911की एक ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं जो अचानक गायब हो गई थी। इस ट्रेन में 3 बोगियां लगी हुई थी और उसमें 106 यात्री सवार थे। ये ट्रेन सुरंग में घुसी और उसके बाद अचानक गायब हो गई। इसके बाद से इस ट्रेन का पता आज तक नहीं चला। साल 1911 में गर्मियों में तीन बागियों वाली एक ट्रेन जिसे "ज़ानेटी" कहा जाता है, वो रोमन स्टेशन से निकली थी और उसे लोम्बार्ड में पहाड़ी सुरंग से गुज़रना था। लेकिन वो रास्ते में ही गायब हो गई। 106 यात्रियों में से केवल 2 बचने में सफल हुए। वे पहले ही ट्रेन से कूद गए थे।

उन्होंने सभी लोगों को ट्रेन के गायब होने की जानकारी दी थी, उसने सभी को हैरान कर दिया था। जो दो लोग इस हादसे में बच पाए थे वे काफी समय तक सदमे में रहे। बाद में उन्होंने बताया था कि जैसे ही ट्रेन सुरंग में घुसी, अचानक ट्रेन में सवार यात्रियों में भय का माहौल दिखा, पूरी ट्रेन में सफेद धुंध घुसने लगा था।

इस घटना के बाद उस पूरी सुरंग का निरीक्षण किया गया वहाँ कोई ट्रेन, यात्री और दीवारों पर कालिख के निशान भी नहीं थे। आपको जानकारी के लिए बता दें कि रेलवे संग्रहालय में अभी भी 3 बोगियों के साथ इस ट्रेन का एक मॉडल रखा हुआ है। अगर 1926 में 1845 का मेक्सिको का एक रिकॉर्ड सामने नहीं आता तो ये मामला किसी के सामने भी नहीं आता। दरअसल, इस रिकॉर्ड के अनुसार 104 इटालियंस मेक्सिको आए और ये कहाँ से आए ये बात किसी को नहीं पता थी। यह लोग अपने बारे में बता भी नहीं पा रह थे। वे अपने होशों हवास में नहीं थे। हालांकि, यह बताने में सफल हो रहे थे कि वो रोमन से एक ट्रेन के जरिए यहां पहुंचे हैं।

दस्तावेजों के अनुसार, उन्होंने जो कपड़े पहने थे और जो सामान उनके पास था वो उस दौर का नहीं था। इसमें से एक व्यक्ति के पास सिगरेट की एक डिब्बी था जिस पर साल 1907 लिखा हुआ था और वो आज भी मेक्सिको में सहेजकर रखी हुई है। ऐसा माना जाता है कि ट्रेन ने टाइम ट्रैवल किया था और वो समय में पीछे चली गई थी। हालांकि, ट्रेन गायब होने के बाद कहा गई और कैसे गायब हुई यह अभी तक एक पहेली है।

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