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गर्मी के दिनों में हमें अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही हमारे स्वास्थ्य पर गंभीर परिणाम दे सकती है। इस मौसम में भी ज्यादा मसालेदार, तला-भुना और बाहर का अनहेल्दी खाना खाने से फूड पॉइजनिंग जैसी समस्या हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप बुखार, उल्टी, दस्त और पेट दर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं। ऐसे मामलों में, चिकित्सा सलाह लेने और सही उपचार कराने की सलाह दी जाती है। फूड प्वाइजनिंग से उबरते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही आपकी सेहत को और नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए, निम्नलिखित पर ध्यान दें:

फूड पॉइजनिंग क्यों होती है?

गर्मी के मौसम में खाना जल्दी खराब हो जाता है। इस खराब हुए खाने में कई तरह के बैक्टीरिया होते हैं. अगर कोई खराब या बासी खाना खाता है तो ये बैक्टीरिया खाने के जरिए शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और फूड पॉइजनिंग का कारण बनते हैं।

बरती जाने वाली सावधानियां:
फूड पॉइजनिंग से उबरने के दौरान आपको अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसमें मसालेदार और तैलीय भोजन से परहेज करना, साथ ही नमकीन स्नैक्स, बिस्कुट और कच्चे मांस का सेवन करने से बचना शामिल है।

पानी की कमी न होने दें:
गर्मी के दिनों में बहुत से लोग बहुत कम पानी पीते हैं। हालांकि, इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके अतिरिक्त, फूड पॉइजनिंग के दौरान भी डिहाइड्रेशन भी हो सकता है। इसलिए, फूड प्वाइजनिंग से उबरने के दौरान खूब पानी पीना जरूरी है।

स्वच्छता बनाए रखें:
खाद्य विषाक्तता संक्रमण के कारण होती है। इसलिए, इस दौरान स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है। खाना पकाने और परोसने से पहले बर्तनों को गर्म पानी से अच्छी तरह धो लें। सब्जियों को पकाने से पहले अच्छी तरह धो लें।

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