Health Care Tips: मौसम में बदलाव की वजह से तेज बुखार और गले में खराश की समस्या से बचने के लिए करें यह उपाय !
वर्तमान समय में मौसम में बदलाव हो रहा है किस मौसम में सुबह और रात को हल्की ठंड रहती है लेकिन दिन में गर्मी का मौसम रहता है मौसम और तापमान में इस बदलाव के चलते ज्यादातर लोग सर्दी और फ्लू तथा अन्य मौसमी बीमारियों से पीड़ित हो जाते हैं या इस मौसम में मौसमी बीमारियों का होने का खतरा ज्यादा रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार ज्यादातर युवा लोगों को साल में कम से कम 2 या 4 बच्चों को कम से कम 5 से 7 बार सर्दी की समस्या होती है। और इसमें से अधिकतर मामले मौसम में बदलाव होने की वजह से आते हैं। जब मौसम में बदलाव होता है तो वातावरण में एलर्जी की संख्या भी लगभग 200 वायरस तक पहुंच जाती है। बदलते मौसम में उन लोगों को मौसमी बीमारियों का ज्यादा सामना करना पड़ता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है ऐसे लोगों को मौसम में हल्का सा बदलाव होने पर भी कहीं करें कि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए इस लेख के माध्यम से जानते है इससे बचाव के बारे में विस्तार से -
* इस तरह करें बचाव :
बदलते मौसम में सर्दी और फ्लू जैसी समस्याएं होना आम बात है. लेकिन यदि शुरुआत में ही इन समस्याओं पर ध्यान ना दिया जाए तो यह समस्याएं हमारे स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है और पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती भी करवाना पड़ सकता है। इस दौरान यदि कुछ सावधानियां और अपने जीवन शैली में बदलाव किया जाए तो इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
* नियमित रूप से करें एक्सरसाइज :
वायरल इन्फेक्शन से बचे रहने के लिए आप को नियमित रूप से एक्सरसाइज को अपने रुटीन में शामिल करना चाहिए क्योंकि नियमित रूप से एक्सरसाइज करने वाले लोगों की इम्युनिटी मजबूत होती है।
* स्वच्छता का रखें खास ध्यान :
बदलते मौसम में मौसमी बीमारियों से बचे रहने के लिए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें क्योंकि राइनोवायरस शरीर के बाहर 3 घंटे तक जीवित रहता है और कभी-कभी हाथ से छूने वाली चीजों पर भी यह वायरस जीवित रहते हैं इसलिए जरूरी है कि आप अपने हाथों को नियमित रूप से धोए और गंदे हाथों को अपने चेहरे पर टच करने से बचें ताकि आप संक्रमण के खतरे से बचे रहें।
* अच्छी नींद और खाने का रखें ध्यान :
स्वस्थ रहने के लिए अपनी डाइट में संतुलित आहार शामिल करें और हमेशा भरपूर नींद लें ताकि आपको तनाव को नियंत्रण करने में मदद मिल सके और आप मौसमी बीमारियों के खतरे से आसानी से निपट सके।