Health Care Tips: त्रिफला और अश्वगंधा के सेवन से मिलेंगे काई फायदे, इस तरह करें इनका इस्तेमाल !
आयुर्वेद में जड़ी बूटियों से बनने वाले त्रिफला का भी विशेष महत्व बताया गया है. अगर आप इसका अश्वगंधा के साथ सेवन करते हैं, तो इससे दोगुने फायदे हासिल किए जा सकते हैं. आयुर्वेद में बताए गए तरीकों को अपना कर बीमारियों से दूर रहने में मदद मिलती है. आयुर्वेदिक नुस्खों ( Ayurvedic home remedies ) का खासियत है कि अगर इन्हें सही तरीके से अपनाया जाए, तो इनके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होते। अधिकतर मामलों में लोग अश्वगंधा और त्रिफला का पाउडर के रूप में इस्तेमाल करते हैं और ज्यादातर इन्हें अलग-अलग ही खाते हैं. कई के मन में सवाल बना रहता है कि क्या इनका एक साथ सेवन किया जा सकता है. एक्सपर्ट्स की मानें, तो ऐसा करने में कोई परहेज नहीं है। इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि आप अश्वगंधा और त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल किस तरह करना चाहिए जिससे आपको इसके फायदे मिले !
* अश्वगंधा और त्रिफला चूर्ण के इस्तेमाल से मिलने वाले फायदे :
1. एजिंग की समस्या को करें दूर :
चेहरे पर समय से पहले आने वाली झुर्रियां पूरे लुक को बर्बाद कर सकती हैं. स्ट्रेस और बिजी शेड्यूल की वजह से चेहरे पर झूर्रियां व अन्य एजिंग प्रॉब्लम नजर आने लगती हैं. इनसे बचावे में भी आप आयुर्वेद की मदद ले सकते हैं. आप त्रिफला और अश्वगंधा से इन एजिंग प्रॉब्लम को कम कर सकते हैं और इन्हें खुद से दूर भी रख सकते हैं।
2. इम्यूनिटी को करें मजबूत :
आप त्रिफला और अश्वगंधा के जरिए इम्यूनिटी को मजबूत बना सकते हैं। कोविड के दौर में इम्यूनिटी का महत्व क्या है, ये अधिकतर लोग जान गए हैं. इसके कमजोर होने पर ठंड या सर्दी-जुकाम से ग्रसित होने के आसार बने रहते हैं।
3. कब्ज से राहत दिलाने में मददगार :
पेट में समस्याओं का एक कारण कब्ज भी होती है. इसे समय रहते दूर न किया जाए, तो ऐसे में पाइल्स की प्रॉब्लम भी हो सकती है. आप इससे राहत के लिए त्रिफला और अश्वगंधा के तैयार पानी का सेवन कर सकते हैं. कब्ज की प्रॉब्लम को दूर करने के अलावा इस दोनों का मिश्रण एसिडिटी, अपच व अन्य पेट संबंधी समस्याओं को भी दूर कर सकता है।
* इस तरह करें त्रिफला और अश्वगंधा का सेवन :
एक गिलास में पानी और दूध लें और इसमें आधा चम्मच अश्वगंधा व त्रिफला पाउडर मिलाएं. तैयार मिश्रण को डिनर करने के बाद रात में सोने से पहले लें. एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये तरीका मेटाबॉलिज्म सिस्टम में सुधार लाएगा।