गांधी जयंती: महात्मा गांधी के ये 5 उद्धरण आपके जीवन को सफल बनाएंगे
हम सभी जानते हैं कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पूरी तरह से देश के लिए क्या समर्पित थे। इस तरह हर साल की तरह इस साल भी 2 अक्टूबर को गांधी जयंती है और महात्मा गांधी को भारत के राष्ट्रपिता और भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सूत्रधार कहा जाना चाहिए।
साथ ही एक साधारण व्यक्ति कितना असाधारण हो सकता है यह महात्मा गांधी का प्रमाण है। अब आज हम आपको कुछ ऐसे शब्द बताने जा रहे हैं जो हमें गांधी जी के जीवन से सीखने की जरूरत है। जी दरअसल उन्होंने अपने जीवन में हर कदम पर दिए अनमोल वादे, उनकी जयंती से पहले जानिए गांधीजी के 5 अन्य उद्धरणों के बारे में जो किसी की भी जिंदगी बदल सकते हैं.
*मुश्किलों से कभी हार न मानें - महात्मा गांधी अपने जीवन में कई बार जेल गए लेकिन उन्होंने देश की आजादी के लिए लड़ना कभी नहीं छोड़ा।
*आपको अपने अंदर से शांति मिलती है, बाहरी वातावरण से नहीं - अक्सर लोग लोगों को परखने और समझने के लिए एक-दूसरे की आंखों पर चश्मा लगाते हैं और ऐसे में हम खुद उस व्यक्ति के बारे में क्या सोचते हैं, इससे कई चीजें दूर होती हैं, जो नहीं आइए हम सही निर्णय लें। ऐसे में हमें बाहरी आवाजों को नजरअंदाज कर अपनी आत्मा की आवाज सुनने की कोशिश करनी चाहिए।
* अगर बदलाव देखना है तो पहले खुद को बदलो - गांधी जी कहा करते थे कि हम दूसरों में अपने मनचाहे गुण देखने की कोशिश करते हैं और असल में हम सब अंदर से बहुत खूबसूरत और अद्भुत हैं।
भगवान महावीर की तरह गांधीजी का जीवन भी बहुत सादा था- गांधीजी ने भगवान महावीर के मार्ग पर चलकर अपने जीवन में त्याग रखा और उन्होंने सादा जीवन के साथ-साथ छोटी-छोटी चीजों से भी अपना जीवन व्यतीत किया।
* बापू नई चीजें सीखने के लिए उत्सुक थे - राष्ट्रपिता महात्मा गांधी हमेशा नए प्रशिक्षण को जानने और अपनाने के समर्थन में थे और इसी बल पर वे स्वतंत्रता संग्राम में सफल हुए।