शरीर में नमक की मात्रा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। इससे उच्च रक्तचाप हो सकता है। इसलिए उच्च रक्तचाप के रोगियों को सावधानी के साथ इसका उपयोग करना चाहिए। इतना ही नहीं। नमक किडनी से जुड़ी कई बीमारियों का कारण भी बन सकता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, नमक प्रतिरक्षा प्रणाली को भी प्रभावित करता है।

यदि आप भी अपने भोजन में अधिक नमक का सेवन करना पसंद करते हैं या अधिक नमकीन खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो सावधान रहें। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) भोजन में नमक की मात्रा को नियंत्रित करने के कुछ बेहतरीन तरीकों के साथ आया है। यह उच्च रक्तचाप या गुर्दे की बीमारी को रोकने में बहुत प्रभावी हो सकता है। अपने आहार में बहुत अधिक नमक का उपयोग करने के बजाय, अन्य मौसमी विकल्पों की तलाश करें। आप नमक की जगह नींबू पाउडर, अमचूर पाउडर, अजवाइन, काली मिर्च, अजवायन की पत्ती भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

FSSAI ने अपने ट्वीट में लिखा कि, भोजन के बीच में नमक जोड़ने के बजाय, बहुत अंत में नमक जोड़ें। इस तरह आप खाना पकाने की प्रक्रिया में कम नमक का उपयोग करेंगे। अक्सर लोग अपने पापड़, अचार, सॉस, चटनी या स्नैक्स के साथ लंच करना नहीं भूलते। इस आइटम में एक नमक सामग्री है। यह जीभ के स्वाद को बढ़ाता है, लेकिन रक्तचाप के लिए खतरनाक है।

इसलिए संयम से इसका सेवन करें। कुछ लोग सब्जियों को छोड़कर कई चीजों में अनुचित नमक मिलाते हैं। चावल, डोसा, रोटी, पूड़ी या सलाद को बिना नमक के खाया जा सकता है। इस वस्तु में नमक मिलाने से इसकी प्राकृतिक मिठास कम हो जाती है।

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