अपनी नाजुक त्वचा को अच्छी और ग्लोइंग बनाने के लिए हम कई तरह के प्रोडक्ड्स यूज करते है। अगर आप अपनी त्वचा को पहले से बेहतर बनाने के लोभ में बिना सोचे-विचारे बाजार से कोई नया उत्पाद ले आते है, तो संभव है कि उससे त्वचा को नुकसान ही होगा। इसलिए त्वचा की देखभाल के बारे में इन मिथक और उसकी हकीकतों को जानना हमारे लिए बहुत जरूरी होता है। तो आइये आज हम आपको मिथक और उसकी हकीकतों से रूबरू करवाते है........
मिथक या हकीकत : बादलों भरे दिन में त्वचा को सनस्क्रीन की आवश्यकता नहीं होती।
हकीकत : बादलों भरे दिन में भी सूरज की हानिकारक किरणें पृथ्वी तक पहुंचती हैं। इसलिए बादल वाले दिन भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल यूज करें। आप बेहतर सुरक्षा के लिए हर 3 - 4 घंटे के बाद इसका उपयोग करें।

मिथक: महंगे प्रोडक्ट बेहतर काम करते है।
हकीकत : अगर कुछ प्रोडक्ट महंगे हैं, तो इसका मतलब यह नहीं कि वे आपकी त्वचा के लिए बहुत अच्छा काम करेंगे। किसी भी उत्पाद की कीमत आपकी त्वचा पर उसकी विश्वसनीयता सुनिश्चित नहीं करती। इसलिए उसकी कीमत को अहमियत ना दें।

मिथक: एसपीएफ जितनी अधिक होगी, सुरक्षा उतनी ही बेहतर होगी।
हकीकत : यूवी किरणों के तीन प्रकार हैं- यूवीए, यूवीबी और यूवीसी। ये सभी त्वचा के लिए हानिकारक हैं। हालांकि जब यहां एसपीएफ की बात आती है, तो यह त्वचा को यूवीबी किरणों से बचाती है, जो सनबर्न का कारण बन सकती है।

इसलिए इन्हें इन क्रीम को अच्छे से रीड करने के बाद खरीदें।

मिथक: जितना बेहतर स्क्रब करेंगे, उतना अच्छा रहेगा।
हकीकत : त्वचा आपके शरीर की तुलना में अधिक संवेदनशील है, इसलिए इसे साफ करने के लिए कठोर तरीके का प्रयोग नहीं कर सकते। यह न केवल त्वचा को नुकसान पहुंचाएगा, त्वचा को भी रूखी बना देगी।

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