यकीनन इन दिनों टेक्नोलॉजी बहुत ही तेज़ी से आगे बढ़ रही है और आए दिन हो रहे नये-नये अविष्कार हमारे लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद भी साबित हो रहे है लेकिन आपको यह भी बता दे की ये हमारे लिए जितने ज्यादा फायदेमंद हैं उतने ही उसके नुकसान भी है। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण है मोबाइल/स्मार्टफोन जिससे हम दिन-रात चिपके रहने की आदत हो चुकी है। हालांकि बेशक ये हम सभी को दूर-दराज बैठे लोगों से जोड़ती है, लेकिन ये कई तरह से हमारे लिए इतनी ज्यादा खतरनाक है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।

आपकी जानकारी के लिए ये भी बताते चलें की आज इस बहुत ही फास्ट हो चुकी दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक और स्मार्टफोन जैसी चीजें हमारे जीवन को काफी हद तक आसान तो बनाती हैं, लेकिन साथ ही कुछ नुकसान भी देकर जाती हैं। बताते चलें की आज हमारा तकरीबन सारा काम स्मार्टफोन से ही हो रहा है और इस वजह से हम सभी स्मार्टफोन का काफी ज्यादा इस्तेमाल भी कर रहे हैं जो की एक तरह से हमारे लिए काफी नुकसानदायक होते जा रही है। यह तो लगभग सभी जानते हैं, लेकिन वे शायद ये नहीं जानते कि ये नुकसान हद से ज्यादा खतरनाक या यूं कहें घातक हो सकते हैं। आइये आजा हम आपको बताए हैं की आखिर क्यों स्मार्टफोन है नुकसानदायक और इसकी वजह से कौन कौन से नुकसान हो सकते हैं।

स्मार्टफोन से होने वाले नुकसान

  • अपने ध्यान दिया होगा की जब भी आप स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं तो उसकी रौशनी आंखों पर सीधा प्रभाव डालती है, इसलिए आंखों की क्षमता को तेजी से कम करती हैं और इससे संबंधित समस्याओं को बढ़ा देती हैं।
  • स्क्रीन से नजर हटाकर आसपास की चीजों को 20 से 40 सेकेंड तक देखें। मोबाइल स्क्रीन की ब्राइटनेस कम रखें। फांट साइज बहुत छोटा न रखें मोबाइल, लैपटॉप, कम्प्यूटर स्क्रीन और टैबलेट्स पर काम करते समय पलकें अधिक से अधिक बार झपकाएं छह महीने में एकबार आंखों की जांच अवश्य कराएं 16 से 18 इंच की दूरी पर रखकर ही मोबाइल स्क्रीन देखें।
  • इसके अलावा आपको यह भी बता दें की वैज्ञानिकों ने इस बार एमें भी काफी रिसर्च करने के बाद यह पता लगाया है कि स्मार्टफोन, लैपटॉप और कम्प्यूटर से निकलने वाली आर्टिफिशल रौशनी आपकी नींद को प्रभावित करती है।
  • इतना ही नहीं ये काफी हद तक आपको माइग्रेन, अनिद्रा, जेट लैग और कर्काडियन रिदम यानी बॉडी क्लॉक से जुड़ी बीमारियों का शिकार भी बना देती हैं।
  • अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक इन विकारों को कैंसर, मोटापा, इंसुलिन के प्रति प्रतिरोध, मेटाबॉलिज्म सिंड्रोम और कई अन्य बीमारियों से जोड़ कर देखा जाता रहा है।
  • आपकी जानकारी के लिए यह भी बताते चलें की फोन पर बात करने से वह गर्म हो जाता है। इससे कान और गाल की त्वचा पर झुलसने के निशान पड़ सकते हैं। स्मार्टफोन की स्क्रीन में ब्लू लाइट भी होती है। हाई एनर्जी विजिबल लाइट कम दूरी होने पर तरंग के रूप में आंखों के उत्तकों को नुकसान पहुंचाती है।

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