हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि बजरंगबली सप्त चिरंजीवियों में से एक हैं। मतलब साफ है, कलियुग में हनुमान जी धरती पर सशरीर मौजूद हैं। ऐसा माना जाता है कि आज भी जहां सुंदरकांड का पाठ होता है, वहां बजरंगबली किसी ना किसी रूप में उसे सुनने जरूर पहुंचते हैं। अगर आप किसी रोग से ग्रसित हैं, धनाभाव का सामना कर रहे हैं या फिर बुरी शक्तियों से परेशान हैं, तो आज से ही बजरंगबली की पूजा-अर्चना शुरू कर दीजिए। बता दें कि हनुमान जी का सिद्ध बजरंग बाण अत्यंत चमत्कारिक और तुरंत समस्त सुख प्रदान करने वाला माना गया है।

आइए जानें, कैसे करें बजरंग बाण का पाठ

जातक को प्रतिदिन बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए। यदि ऐसा करना संभव नहीं है तो मंगलवार और शनिवार के दिन यह पाठ जरूर करना चाहिए। पूजा-उपासना के दौरान ऊनी आसन का इस्तेमाल करें। इसके बाद श्रीराम दरबार का एक​ चित्र स्थापित कर एकाग्रचित्त होकर बजरंग बाण का पाठ करें।

हनुमान जी की पूजा करते समय नियम, संयम का अवश्य पालन करें, अन्यथा शीघ्र फल की प्राप्ति नहीं होती है। विशेष कार्य की सिद्धि के लिए कम से कम 41 दिन तक बजरंग बाण का पाठ नियमपूर्वक करें। लाल वस्त्र धारण करें तथा साधना काल में कठोर ब्रह्मचर्य का पालन करें। सभी प्रकार के दुर्व्यसनों से दूर रहें।

बजरंग बाण के फायदे

- नियमित रूप से बजरंग बाण का पाठ करने से रोगों से मुक्ति होती है।

- सभी प्रकार के आर्थिक संकट दूर हो जाते हैं।

- पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर मंगलवार या शनिवार के दिन बजरंग बाण का पाठ करें, वैवाहिक समस्या दूर हो जाती है।

- बिना वजह नौकरी छूटने का भय सता रहा हो या फिर बॉस परेशान कर रहा हो तो बजरंग बाण का पाठ करें।

- बजरंग बाण के नियमित पाठ से आत्मविश्वास में वृद्धि हेाती है।

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