जब किसी लड़की की शादी होती है उसे कुछ समय में लगता है कि वह जल्द से जल्द किसी बच्चे की मां बने। दुनिया में मां बनना एक सौभाग्य की बात होती है। लेकिन कुछ महिलाऐं ऐसी होती है जिन्हे ये सौभाग्य प्राप्त नहीं हो पाता और वे बच्चे को जन्म नहीं दे पाती।

ज्यादा उम्र में महिलाओं के अंडाशय में अंडाणु बनना बंद हो जाते हैं, जिसकी वजह से बच्चे का जन्म नहीं हो पाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं इसको जानने के बाद आप सोच में पड़ जाएंगे। दरअसल 74 साल की एक महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है। इस मामले को जानने के बाद हर कोई इसी की चर्चा कर रहा है।

आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में गुरुवार को 74 वर्षीय एक महिला ने इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन के जरिए जुड़वां लड़कियों को जन्म दिया। पूर्वी गोदावरी जिले के द्राक्षरामम ब्लॉक के नेलापार्थीपाडु गांव के 80 वर्षीय ई राजा राव की पत्नी एरामाट्टी मंगयम्मा ने सिजेरियन सेक्शन के माध्यम से कोठापेट के अहल्या अस्पताल में जुड़वा बच्चों को जन्म दिया।

अस्पताल के निदेशक डॉ सनकयाला उमाशंकर ने संवाददाताओं से कहा “सर्जरी सुचारू रूप से चली। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और उन्हें कोई परेशानी नहीं है। हालांकि, मां को पिछले कुछ घंटों से तनाव से बाहर निकलने के लिए गहन चिकित्सा इकाई में ले जाया गया है। ”

इसे एक दुर्लभ मामला बताते हुए, उमाशंकर ने कहा कि मंगयम्मा को अपनी उम्र में भी गर्भधारण करने और बच्चों को जन्म देने में कोई समस्या नहीं थी क्योंकि उन्हें मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी कोई चिकित्सीय जटिलता नहीं थी।

ऐसा बताया जा रहा है कि एरामती मंगयाम्मा और राजाराव ने हर तरफ से पूरी कोशिश की परंतु सारी कोशिशें नाकाम साबित हुईं। जब हर तरफ से निराशा हाथ लगी तो यह दोनों काफी निराश हो गए और उन्होंने यह उम्मीद छोड़ दी कि उनको कभी संतान सुख मिल पाएगा परंतु भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं। शादी के सालों बाद 74 साल की उम्र में इस वृद्ध महिला ने एक या दो नहीं, बल्कि जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। वर्षों से यह दोनों संतान के लिए तड़प रहे थे परंतु अब जाकर इनको संतान का सुख मिल गया।

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